गौरतलब है कि मेडिकल, डेंटल कालेजों में दाखिले के लिए एक ही प्रवेश परीक्षा का नियम गत वर्ष ही लागू हो गया था लेकिन कई विवि में अलग प्रवेश प्रक्रिया अपनाई गई थी। लेकिन, इस साल से पूरे देश में नीट से ही दाखिले होंगे।
ये भी पढ़े: हार के डेढ़ माह बाद पूर्व CM ने FB पर लिखा खुला खत
केवल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) और जवाहर लाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च(जिपमर) में ही इस साल अलग प्रवेश परीक्षा से दाखिल किए जाएंगे।
इन परीक्षाओं से मिली मुक्ति
यूपीएमटी, एएफएमसी, यूपीसीपीएमटी, एएमय, मनिपाल पीएमटी, आईपीयू, सीएमसी, कॉमेड के, एमजीआईएमएस वर्धा, आर्मी डेंटल, यूपीसीएमईटी, भारती विद्यापीठ, पुणे, सेंट जोंस, एआईपीवीटी।
वेटरेनरी की 2726 सीटें भी नीट से भरेंगी
देश के वेटरेनरी कॉलेजों की बैचलर ऑफ वेटरेनरी साइंस एंड एनिमल हसबैंडरी की 2726 सीटें भी इस बार नीट एग्जाम से ही भरी जाएंगी। इसमें राज्यों की 2301 और ऑल इंडिया की 425 सीटें शामिल हैं।
एक सीट पर 12 से ज्यादा दावेदार
नीट एग्जाम में पंजीकृत अभ्यर्थियों में से करीब 10 लाख 81 हजार 945 ने नीट एग्जाम दिया है। एमबीबीएस और बीडीएस की कुल 90 हजार सीटें हैं। यानी एक सीट पर 12 से ज्यादा दावेदार मैदान में हैं। अब रिजल्ट आने के बाद ही सूरत साफ होगी।