मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन मात्र से मिलती है भूत-प्रेत से मुक्ति
हनुमान जी का बहुत ही प्रसिद्ध ‘मेहंदीपुर बालाजी मंदिर’ राजस्थान के सिकराय तहसील में स्थित है। इसे घाटा मेहंदीपुर भी कहा जाता है। दो पहाड़ियों के बीच बना यह मंदिर खूबसूरत होने के साथ ही हिंदुओं के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। हनुमानजी को समर्पित इस मंदिर में दर्शन के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी की कृपा से यहां भूत-पिशाच से छुटकारा पाया जा सकता है।
अरावली पर्वत पर बने इस मंदिर को एक हज़ार साल पुराना माना जाता है। जहां, तीन देवताओं बालाजी महाराज, प्रेतराज सरकार और श्री भैरव की पूजा होती है। यह हनुमानजी के शक्तिशाली मंदिरों में से एक है। बड़ी से बड़ी और खतरनाक भूत-प्रेतात्माओं से यहां आकर मुक्ति मिल जाती है। बालाजी की आरती के समय तो यहां का नज़ारा ही अलग होता है। जब पीड़ित छटपटाते हुए नज़र आते हैं।
लोगों का सोचना है कि श्री मेहंदीपुर बालाजी में जिन्हें भूत-प्रेत, चौकी, बंधन और खास रोग होता है वो ही आते है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं। मेहंदीपुर बालाजी आकर हर तरह के दुख, तकलीफ दूर हो जाते हैं।
मेहंदीपुर धाम आने से पहले ध्यान रखें ये बातें
बाला जी में न तो किसी को अपना प्रसाद दें और न ही स्वयं किसी दूसरे से प्रसाद लें। अक्सर लोग मंदिरों से प्रसाद घर लेकर आते हैं लेकिन यहां प्रसाद तो दूर अगर आपने कोई सामान्य खाद्य पदार्थ भी यहां से लिया है तो वह भी आपको वहीं छोड़ना होता है बालाजी के धाम से आते समय अपने साथ खाने-पीने की वस्तु न लेकर चलने की सलाह दी जाती है।
कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग
यदि आप फ्लाइट से आ रहे हैं तो जयपुर या दिल्ली तक की फ्लाइट लें। वहां से श्री मेहंदीपुर धाम आएं। जयपुर और दिल्ली से डायरेक्ट बस सेवा और प्राइवेट टैक्सी आसानी से मिल जाती है। जयपुर से 100 और दिल्ली से 260 किमी है यह धाम।
रेल मार्ग
अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं तो बांदीकुई नज़दीकी रेलवे स्टेशन है। बांदीकुई से 40 किमी की दूरी पर स्थित है मेहंदीपुर धाम। जयपुर, कानपूर, बरेली, आगरा, मथुरा, लखनऊ, चंडीगढ़ जैसे ज्यादातर शहरों से ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है।
सड़क मार्ग
अगर आप सड़क मार्ग से आ रहे हैं तो मथुरा, जयपुर, दिल्ली, नोएडा, गुडगांव, रेवाड़ी, अलवर, अलीगढ़, बरेली से प्राइवेट और पब्लिक दोनों तरह की बसें मिल जाएंगी।