मोहाली को मिला पुनर्वास केंद्र, आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा
पुनर्वास केंद्र का शुभारंभ सेहत मंत्री सुरजीत सिंह ज्याणी ने किया। उन्होंने कहा कि पंजाब को पूरी तरह से नशा मुक्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। सरकार द्वारा शुरू की गई नशा मुक्ति मुहिम को पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पुनर्वास केंद्र को बनाने में तीन करोड़ पांच लाख रुपये की लागत आई है। सेंटर में 50 बिस्तर का इंतजाम है।
समागम में सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, पंजाब सेहत सिस्टम कारपोरेशन के चेयरमैन बरजिंदर सिंह बराड़, एमडी हुसन लाल, डायरेक्टर सेहत व परिवार भलाई पंजाब डॉ. एचएस वालिया, सिविल सर्जन डॉ. नीलम भारद्वाज, एसडीएम लखमीर सिंह, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. नवतेज सिंह, जिला सेहत अफसर डॉ. एचएस ओबराय, सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. आदेश कंग, एसएचओ खरड़ सुरिंदर सिंह, भाजपा के पूर्व प्रधान सुखविंदर सिंह गोल्डी, पार्षद परमजीत सिंह काहलो, पीएस विरदी, एसएस चौधरी, समाजसेवी अमर सिंह रंधावा और शलिंदर आनंद मौजूद रहे।
यह सुविधाएं मिलेंगी सेंटर में
सेहतमंत्री ने बताया कि पुनर्वास केंद्र में पूरी तरह आधुनिक किस्म का है। इसमें पांच वार्ड बनाए गए हैं। सेंटर में दो डॉक्टर रूम, एक आइसोलेशन रूम, रीकरेशन रूम, मैनेजर रूम, सोशल वर्कर रूम, सुपरवाइजर रूम, किचन व डाइटिंग रूम के अलावा जिम की व्यवस्था भी की गई है।
नशा छोड़ने वालों को दी जाएगी वोकेशन ट्रेनिंग
मंत्री ने बताया कि सेंटर में नशा छोड़ चुके लोगों को वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वह रोजगार पर लगकर आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही उन्हें नशों की लत से पूरी तरह मुक्ति मिल सकें।
273 स्वाइन फ्लू के केस आए सामने
सेहत मंत्री ने बताया कि स्वाइन फ्लू पर सेहत विभाग की पूरी तरह नजर है। अब तक 273 स्वाइन फ्लू के केस सामने आए हैं। इनमें से 90 पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू के केस में मौत का कारण इलाज में देरी है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में दवाओं की कोई कमी नहीं है। वहीं, अस्पतालों में सभी टेस्ट पूरी तरह फ्री किए जाते हैं।