म्यूनिख हमलवार को सामूहिक हत्याओं का जुनून सवार था
म्यूनिख: म्यूनिख पुलिस ने आज कहा कि किशोर बंदूकधारी के इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े होने का कोई साक्ष्य नहीं है और हमले को एक विक्षिप्त व्यक्ति द्वारा किया गया कृत्य बताया। पुलिस के अनुसार, यहां एक शॉपिंग मॉल में गोलीबारी करने वाला बंदूकधारी 18 वर्षीय एक जर्मन-ईरानी था, जिस पर बड़े पैमाने में गोलीबारी का जुनून सवार था। इस हमले में नौ लोगों की मौत हुई, जबकि 16 अन्य घायल हो गए।
म्यूनिख के पुलिस प्रमुख हुबर्ट्स आंद्रे ने बताया, ‘हमलावर का इस्लामिक स्टेट से बिल्कुल कोई संबंध नहीं है।’ उन्होंने साथ ही बताया कि संदिग्ध किशोर नरसंहार से जुड़ी किताबों और लेखों से प्रभावित था।’ जांचकर्ताओं ने रात भर हमलवार के घर की तलाश ली, जिसमें उन्हें बड़ी संख्या में सामूहिक हत्याओं के बारे में साहित्य मिले। इनमें ‘रेमपेज इन हेड : वाय स्टूडेंट्स किल’ (Rampage in Head: Why Students Kill) नामक शीर्षक की पुस्तक भी मिली, लेकिन उसके आईएसआईएस की तरह आतंकी संगठनों के जुड़े होने के कोई सबूत नहीं मिले।
पुलिस प्रमुख ह्यूबर्ट्स एंड्री ने इस नरसंहार के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘अपराधी 18 वर्षीय जर्मन-ईरानी था जो म्यूनिख का रहने वाला था। उसका ‘कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘इस अपराध को अंजाम देने के पीछे की वजह के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है।’
म्यूनिख के अभियोजक थॉम्स स्टेनक्रॉस-कोच ने कहा कि ‘जांचकर्ताओं को यह भी सबूत मिले कि म्यूनिख में जन्मा संदिग्ध मनोवैज्ञानिक समस्याओं से पीड़ित है और उसका इलाज चल रहा था, लेकिन जानकारी की अभी पुष्टि की जा रही है।’
बंदूक से लैस हमलावर ने शुक्रवार शाम मैकडॉनल्ड के रेस्तरां में गोलीबारी की और फिर उसने एक सड़क पर गोलीबारी की। बाद में वह ओलंपिया मॉल में घुस गया और वहां हमला किया। एंड्रे ने कहा, ‘मारे गए लोगों में युवा भी शामिल हैं।’ उन्होंने बताया कि कुछ बच्चे भी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक पुलिस गश्ती दल ने हमलावर को गोली मारी और घायल कर दिया, लेकिन वह बच कर भागने में सफल रहा।
पुलिस ने बाद में ट्वीट किया, ‘हमें एक व्यक्ति मिला, जिसने आत्महत्या कर ली। हमारा मानना है कि वही एकमात्र बंदूकधारी था।’ सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि काले रंग के कपड़े पहने एक बंदूकधारी मैकडॉनल्ड्स के एक रेस्तरां से बाहर आते हुए लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर रहा है और लोग चिल्लाते हुए भाग रहे हैं।
बच गए लोगों ने भयावह परिदृश्य को बयां किया। दुकानदार वहां से भागने लगे । कुछ ने अपने बच्चों को पकड़ रखा था।