यहां शादी करने से पहले खतरनाक तरीके से मांगा जाता है वर्जिनिटी सर्टिफिकेट
जयपुर, विश्व मे अगर इस्लामिक कट्टरपंथी वाले देश की बात करे तो ईरान का नाम सबसे पहले आता है। हालांकि यहां की युवा पीढी काफी आजाद खयालों की है। लेकिन आज भी समाज पर रूढीवादिता का असर साफ दिखाई देता है। इसका एक उदाहरण शादी से पहले महिलाओं का वर्जेनिटी सर्टिफिकेट मांगना है।
बता दे कि यहां पर पहले लड़की की वर्जेनिटी चेक करने के लिए सेफेद चादर का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन समय के साथ उकने तरीके बदल गए। लेकिन लोगों की सौच वहीं पुरानी ही है। लोग अब इसके टेस्टे के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट की मांग करने लगे हैं। हालांकि पिछले कुछ सालो मे बदलाव की कोशिश की गई है।
लेकिन फिर भी समाज के कुछ लोग पुरानी सोच को फोलो करते नजर आते हैं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि यहा पर शादी की बात करने से पहले लड़की का वर्जेनिटी सर्टिफिकेट चेक किया जाता है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इसके लिए लड़किया अपने प्राइवेट पार्ट की सर्जरी तक करवाती है।
जिसे ‘हायमनोप्लास्टी’ कहा जाता है। बता दे कि इसमे लड़कियों मे हाइमन को दोबारा विकसित किया जाता है। हालांकि, इसे ईरान में गैरकानूनी घोषित कर रखा है। कहा जाता है कि अगर कोई महिला वर्जिन नहीं होती है तो उसे उसी समय छोड़ दिया जाता है।
एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार आज भी यहां ऐसे नियम कानून हैं, जो पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को सिमित अधिकार देते हैं। साथ ही महिलाओं पर इस बहाने कई सारे अत्याचार किए जाते है। जिससे डर के मारे महिलाए अपनी सर्जरी करवाकर अपनी इज्जत बचा रही है.