उत्तर प्रदेशराज्य

यूपी में गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड, लू की चपेट में ये जिले, जनजीवन प्रभावित

मेरठ. उत्तर प्रदेश से इन दिनों मानसूनी बादल गायब हैं। भीषण गर्मी (Scorching Heat) और लू (Hot Wind) के बीच छिटपुट बादल आते भी हैं तो बगैर बरसे ही निकल जाते हैं। हालांकि प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो एक हफ्ते फिलहाल झमाझम बारिश (Heavy Rain) की संभावना कम है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि छह-सात जुलाई से मानसूनी (Monsoon 2021) गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि खेती के लिए यह समय बेहद अनुकूल बताया जा रहा है। मौसम साफ है जिसका फायदा उठाकर किसान धान, उड़द, मक्का आदि की तेजी से बुवाई में जुटे हैं। वहीं कद्दू, लौकी, लोबिया, बीन्स जैसी सब्जियां बोने के लिए भी यह समय उपयुक्त है।

मौसम वैज्ञानिक डाॅ. एन सुभाष ने बताया कि पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। मौसम खुला होने के कारण हवाएं गर्म महसूस हो रही हैं। उन्होंने बताया कि छह-सात जुलाई से फिर मानसून सक्रिय होगा और प्रदेश में बारिश होगी। वहीं, दो दिन बाद तराई क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य के करीब था। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 28.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वायुमंडल में 92 प्रतिशत आर्द्रता दर्ज की गई। उमस भरी गर्मी के यह तेवर फिलहाल अभी जारी रहने की उम्मीद है। दो जुलाई के बाद से तराई क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला शुरू होगा।

कृषि विभाग के अनुसार मौसम साफ है। यह समय खेती के लिए बेहद अनुकूल है, क्योंकि लगातार बारिश से दलहन फसलें जैसे उड़द, अरहर और मक्का आदि की बुवाई में दिक्कत आती है। ऐसे में किसानों के पास यह समय है जब वह इनकी बुवाई कर सकते हैं। वहीं, बारिश के दौरान बोई जाने वाली सब्जियां जैसे कद्दू, लौकी, बींस, तुरई आदि लता वाली सब्जियों की बुवाई भी की जा रही है। साथ ही सितंबर में गोभी की अगेती फसल लेने के लिए भी किसान नर्सरी लगा रहे हैं। यदि लगातार बारिश होती रहे तो बुवाई मुश्किल हो जाती है।

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