ये भारतीय नहीं पैदा करना चाहता बच्चा, इसके खिलाफ चला रहा है आंदोलन
मुंबई का एक शख्स अपने पैरेंट्स पर इसलिए मुकदमा करना चाहता है क्योंकि “उसकी सहमति के बिना” उसे पैदा किया गया. राफेल सैमुएल बच्चे पैदा करने, उसे स्कूल भेजने और करिअर बनाने पर मजबूर करने की तुलना किडनैपिंग और गुलामी से करते हैं. इसको लेकर वे कैंपेन चला रहे हैं.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में एंटी नैटलिस्ट मूवमेंट बढ़ रहा है क्योंकि युवा बच्चे पैदा करने के सोशल प्रेशर के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. एंटी नैटलिस्ट मानते हैं कि पैरेंट्स का अपनी खुशी के लिए बच्चे पैदा करना और फिर बच्चे की इच्छा के बगैर उससे स्कूल और करिअर के लिए काम कराना गलत है.
27 साल के सैमुएल Nihilanand नाम से फेसबुक पेज चलाते हैं और लगातार Anti-natalist मैटेरियल पोस्ट करते हैं. हालांकि, ऐसा नहीं है कि सैमुएल का अपने पैरेंट्स से कोई खराब रिश्ता रहा है. लेकिन एंटी नैटलिस्ट समूह के लोगों ने बच्चे पैदा नहीं करने का फैसला किया है.
Anti-natalist कैंपेन के लिए चलाए जा रहे फेसबुक पेज पर कई पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें इस मुद्दे को समझाया गया है. एक पोस्टर के मुताबिक- एक अच्छे पैरेंट्स बच्चों के लिए अपनी चाहतों को छोड़ देते हैं, लेकिन बच्चे खुद में ही उनकी एक चाहत होते हैं.
कई एंटी नैटलिस्ट मानते हैं कि बच्चे पैदा करने से धरती के संसाधनों पर बोझ बढ़ता है और पर्यावरण को ध्यान में रखकर इससे बचना चाहिए. प्रतिमा नायन नाम की एक्टिविस्ट कहती हैं कि वह किसी पर अपने विचार थोपना नहीं चाहतीं, लेकिन ज्यादा लोगों को इसे समझने की जरूरत है कि क्यों इस वक्त दुनिया में बच्चा पैदा करना ठीक नहीं है.