अद्धयात्म
ये हैं आज के शुभ योग, शनिदेव संपूर्ण करेंगे आपके काम


शुभ तिथि
अष्टमी जया संज्ञक तिथि प्रात: 7.47 तक, तदुपरान्त अन्तरात्रि सूर्योदय पूर्व प्रात: 5.44 तक नवमी भद्रा संज्ञक तिथि, तदन्तर सूर्योदय पूर्व ही दशमी तिथि प्रारम्भ हो जाएगी। इस प्रकार शनिवार को नवमी तिथि का क्षय होगा।
नक्षत्र
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र रात्रि 9.13 तक, तदुपरान्त रेवती नक्षत्र रहेगा।
योग
व्यतिपात नामक बाधा कारक नैसर्गिक अशुभ योग सायं 3.57 तक, तदुपरान्त वरियान नामक नैसर्गिक शुभ योग रहेगा। व्यतिपात नामक योग में समस्त शुभ व मंगलकृत्य सर्वथा वर्जित हैं।
विशिष्ट योग
रात्रि 9.13 से दोष समूह नाशक रवियोग नामक शक्तिशाली शुभ योग रहेगा।
करण
बव नाम करण प्रात: 7.47 तक, तदन्तर बालवादिकरण रहेंगे।
चन्द्रमा
सम्पूर्ण दिवारात्रि मीन राशि में रहेगा।
व्रतोत्सव
दुर्गाष्टमी, व्यतिपात पुण्यं, महानन्दा नवमी, श्रीहरि जयंती, कल्पादि व पंचक सम्पूर्ण दिवारात्रि हैं।
शुभ मुहूर्त
उक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार किसी शुभ व मांगलिक कार्यादि के शुभ व शुद्ध मुहूर्त नहीं हैं।