लोकसभा में असहनशीलता पर चर्चा के दौरान सीपीएम के नेता मोहम्मद सलीम के बयान पर हंगामा हो गया। उन्होंने कहा कि ये कैसा देश है कि जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो राजनाथ सिंह ने ‘800 साल बाद हिन्दू शासक की बात कही। सलीम के बयान पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आपत्ति जताई कि ये बात कहां कही, सबूत दें, अन्यथा सदन से माफी मांगें। बवाल मचने के बाद सलीम ने कहा कि मेरी मंशा किसी को आहत करने की नहीं थी। मैंने एक मैगजीन के संदर्भ से यह बात कही थी। सरकार मैगजीन में छपे बयान की जांच करवाए।
बीजेपी के सदस्यों ने हंगामा किया और मांग की कि जब तक इस बयान की जांच हो, तब तक इस बयान को वापस लिया जाए। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
सीपीएम के मोहम्मद सलीम ने कहा, लोगों का विरोध बनावटी नहीं
बहस की शुरुआत सीपीएम के मोहम्मद सलीम ने की। उन्होंने कहा कि लोगों का विरोध बनावटी नहीं है। हमारा देश सहनशीलता सिखाता है। बढ़ती असहनशीलता चिंता का विषय है। हर कोई सरकार का विदूषक नहीं होता। असहनशीलता पर पीएम चुप क्यों हैं। देश में मन की बात सुनी नहीं जा रही। आउटगोइंग बातें ही नहीं इनकमिंग भी हो।
जीएसटी बिल पर सरकार की उम्मीद
असहनशीलता से इतर सरकार को शीतकालीन सत्र में जीएसटी बिल पास कराने की उम्मीद दिख रही है। कांग्रेस का सहयोग हासिल करने के मकसद से पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ चाय पे चर्चा भी की थी। हालांकि पीएम से सोनिया की मुलाकात के बाद कांग्रेस का अभी अपना रुख जाहिर करना बाकी है।
हालांकि संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि देश के विकास के मुद्दे किसी पार्टी विशेष से नहीं जुड़े हैं। मुझे भरोसा है कि विकास की बात को लेकर सभी पार्टियां आगे आएंगी। पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी पिछले हफ्ते विपक्षी नेताओं से मुलाकातों के दौर के बाद उम्मीद जताई थी कि जीएसटी बिल पास हो जाएगा।
राज्यसभा में हो रही है संविधान दिवस पर चर्चा
वहीं राज्यसभा में आज बाबा साहेब अंबेडकर की 125वीं जयंती के तौर पर मनाए जा रहे संविधान दिवस पर चर्चा हो रही है, वहीं लोकसभा में संविधान दिवस पर चर्चा हो चुकी है।