राम मंदिर पर संतों के तीखे तेवर को देखते हुए पूरे देश की निगाहें आज अयोध्या पर लगी हुई हैं. दिल्ली में संतों की हुई मीटिंग में कहा गया कि मंदिर से कम उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं, दूसरी ओर, सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि दिवाली पर खुशखबरी लेकर अयोध्या जा रहे हैं. वह दिन आ गया. मंगलवार को सीएम अयोध्या पहुंच रहे हैं.
11.30 बजे से लेकर 3.30 बजे तक तक शोभा यात्रा निकाली जाएगी जो अयोध्या की गलियों से होते हुए राम कथा पार्क पर समाप्त होगी. यहीं पर मुख्य आयोजन होगा, जहां विदेशी कलाकारों के साथ ही राज्य के कलाकार कार्यक्रम पेश करेंगे. इस बीच, कलाकारों को रैंप वॉक करा राम और सीता के चयन करने पर विवाद खड़ा हो गया है. कई संतों ने इस तरह के चयन पर आपत्ति जताई है और सीएम से इसकी शिकायत करने की बात कही है.
क्या कोई नई घोषणा होगी?
राम मंदिर को लेकर सीएम क्या घोषणा करने वाले हैं, इसकी उत्सुकता बनी हुई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि राम मंदिर के बारे में कोई घोषणा हो सकती है. दूसरी ओर कहा जा रहा है कि योगी की योजना बाहर आ चुकी है. अयोध्या में सरयू के किनारे 151 मीटर ऊंची भगवान राम की तांबे की मूर्ति बनवाने की घोषणा योगी करने वाले हैं. इतना तो तय है कि योगी जो भी घोषणा करेंगे उसका समर्थन और विरोध होना तय है. क्योंकि संतों ने पहले ही ऐलान कर रखा है कि उन्हें ऊंची प्रतिमा नहीं राम मंदिर चाहिए. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि 100 मीटर ऊंची राम की प्रतिमा बनाने की घोषणा तो सीएम पिछली दिवाली में ही कर चुके हैं.
रैंप वॉक पर आक्रोश
संतों का आरोप है कि रविवार की शाम को आयोजन समिति ने राम की पैड़ी पर कलाकारों का रैंप वॉक कराया और इनमें से 3 जोड़ियों का चयन राम-सीता के लिए किया. ये जोड़ियां मंगलवार को होने वाले तमाम आयोजनों में शिरकत करेंगी.
राम-सीता की पहली जोड़ी राम कथा पार्क में हेलिकॉप्टर से उतरेगी. इनका स्वागत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला, यूपी के राज्यपाल राम नाईक और अन्य गणमान्य लोग करेंगे.
राम- सीता की दूसरी जोड़ी का स्वागत राम की पैड़ी पर किया जाएगा, वहीं तीसरी जोड़ी राम कथा पार्क तक पहुंचने वाली शोभा यात्रा में मौजूद रहेगी. पूरे शहर में इनका सम्मान किया जाएगा.
इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए रामलला के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने कहा कि ‘राम और सीता हमारे भगवान हैं और हम उनका बहुत सम्मान करते हैं. उनकी पूजा और आदर हमारी श्रद्धा का सवाल है. राम और सीता के चयन के लिए कलाकारों का रैंप वॉक कराया जाना अपमानजनक है. उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जो लोग इस चयन प्रक्रिया में शामिल रहे हैं’.
योगी से करेंगे शिकायत
दिगंबर अखाड़ा के मुखिया महंत सुरेश दास ने कहा कि ‘यह हमारे धर्म और संस्कृति के खिलाफ है. जिस तरह से चयन किया गया है वह गलत है. कोई भी आकृति हो जब वह मंदिर में स्थापित होती है तो हम पूजा करने लगते हैं. इसी तरह जो कलाकार राम और सीता बनते हैं हम उनकी पूजा करने लगते हैं. मैं योगी आदित्यनाथ से व्यक्तिगत रूप से इस चयन प्रक्रिया की शिकायत करूंगा’. चयन समिति में राम मनोहर लोहिया यूनिवर्सिटी फैजाबाद के लोग भी थे.
दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जंग सूक सोमवार को ही लखनऊ पहुंच गईं. सीएम के साथ उनका भी अयोध्या पहुंचने का प्रोग्राम है जहां वह दीपावली मेले में भाग लेंगी. दक्षिण कोरिया के कलाकार भी अयोध्या में कार्यक्रम पेश करने वाले हैं.
लेजर शो का लिया आनंद
5 नवंबर को अयोध्या में सरयू के किनारे राम की पैड़ी पर लेजर शो का आयोजन किया गया. इसमें रामायण की कथा को संक्षिप्त रूप में दिखाया गया.लोगों ने इसका आनंद लिया.