रेलवे ने 471 करोड़ का चीनी ठेका किया रद्द
नई दिल्ली : गलवान घाटी में चीन के धोखे के बाद भारत ने चीन पर आर्थिक रूप से प्रहार करना शुरू कर दिया। इसी क्रम में अब भारतीय रेलवे ने 471 करोड़ का चीनी ठेका रद्द कर दिया है। 471 किमी के लिए था 471 करोड़ का प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने बीजिंग नेशनल रेलवे रसिर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशंस ग्रुप के साथ एक करार किया था। इस करार के अंतर्गत कानपुर और दीन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन के बीच के 471 किमी की दूरी में सिग्नलिंग और टेलीकम्यूनिकेशन के काम का ठेका चीन को दिया गया था। रेलवे ने दी सफाई दूसरी तरफ रेलवे ने कहा है कि रेलवे ने इस करार को खत्म नहीं किया है। इस करार को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने खत्म किया है, क्योंकि वो चीनी कंपनी के काम से खुश नहीं था।
कंपनी ने कहा है कि इस प्रोजेक्ट को 2019 तक खत्म हो जाना था,लेकिन चीनी कंपनी ने प्रोजेक्ट का सिर्फ 20 प्रतिशत काम ही अभी तक खत्म किया है। 4जी के इस्तेमाल के लिए चीनी उपकरणों पर रोक भारत सरकार ने 4जी के इस्तेमाल के लिए चीनी उपकरणों पर रोक लगा दी है। जानकारों का मानना है कि चीन अपने उपकरणों के जरिए भारत के नागरिकों की जासूसी करता है और उनका डाटा चुराता है। इसके साथ ही सरकारी कंपनियों के द्वारा उपकरणों को खरीदने के लिए निकाले गए टेंडर को भी नए सिरे से शुरू करने के आदेश दिए गए हैं। प्राइवेट कंपनियों से भी की जाएगी बात रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार ने बीएसएनल और एमटीएनएल 4जी सेवाओं के लिए चीनी उपकरणों के उपयोग पर पाबंदी लगा दी है।