लक्ष्मी पूजन में इन चीजों को भूलकर भी ना करें इस्तेमाल, माता रानी हो जाती है रुष्ट
कार्तिक माह में धनतेरस के बाद अमावस्या तिथि को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। घर में धन-संपदा और सुख-शान्ति प्राप्त करने के लिए इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार देवी लक्ष्मी की पूजा का फल तब ही मिलता है जब पूजा पाठ नियम से किया जाएं। मां लक्ष्मी की पूजा में कुछ चीज़ें ऐसी है जिनका प्रयोग करने से धन की देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं, इसलिए देवी लक्ष्मी की पूजा करते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें।
तुलसी के पत्ते न चढ़ाएं
भगवान विष्णु को तुलसी सबसे अधिक प्रिय होती है लेकिन देवी लक्ष्मी को तुलसी से वैर है क्योंकि यह भगवान विष्णु के दूसरे स्वरूप शालिग्राम की पत्नी है। इस नाते तुलसी देवी लक्ष्मी की सौतन है। इसलिए देवी लक्ष्मी की पूजा में तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए।
दीपक को बायीं ओर न रखें
देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए दीपक की बाती का रंग लाल होना चाहिए दीपक को दायीं ओर रखें। दीपक बायीं ओर नहीं रखना चाहिए। इसका कारण यह है कि भगवान विष्णु अग्नि और प्रकाश स्वरूप हैं। भगवान विष्णु का स्वरूप होने के कारण दीप को दायी ओर रखना चाहिए।
सफेद फूल न चढ़ाएं
सफेद फूल देवी लक्ष्मी को नहीं चढ़ाएं। देवी लक्ष्मी चीर सुहागन हैं इसलिए इन्हें हमेशा लाल फूल जैसे लाल गुलाब और लाल कमल फूल चढ़ाया जाता है।
भगवान विष्णु की पूजा करना न भूलें
देवी लक्ष्मी की पूजा तब तक सफल नहीं मानी जाती है जब तक भगवान विष्णु की पूजा नहीं होती है। इसलिए दीपावली की शाम गणेश जी की पूजा के बाद देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की भी पूजा करें।
प्रसाद रखें दक्षिण दिशा में
देवी लक्ष्मी की पूजा के समय प्रसाद दक्षिण दिशा में रखें और फूल बेलपत्र हमेशा सामने रखें।