लखनऊ के बाद अब कानपुर में लग सकेगी रूसी वैक्सीन, शहर वासियों को खर्च करने होंगे 1145 रुपए
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाने वाली तीसरी वैक्सीन भी इस हफ्ते कानपुर आ रही है। अब तक कानपुर में कोरोना वायरस की कोवैक्सिन और कोवीशील्ड वैक्सीन ही लगाई जा रही थी। अब शहर में रूस में बनी स्पूतनिक वैक्सीन की 10 हजार डोज 3 जुलाई तक आएगी। हालांकि, इस वैक्सीन को लगवाने के लिए कानपुर वासियों को 1145 रुपए चुकाने पड़ेंगे।
अब शहर वासियों के पास कोरोना से बचने के लिए तीन तरह की वैक्सीन के विकल्प होंगे। अभी तक कानपुर में ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की डेवलप की व एसआईआई की बनाई कोवीशील्ड वैक्सीन और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन ही दी जा रही थी। सिटी में अब तक 90 फीसदी से ज्यादा लोगों को कोवीशील्ड वैक्सीन की ही डोज लगी है। वहीं, अब रूस में डेवपल की गई और भारत की फार्मा कंपनी डॉ। रेड्डीज की बनाई स्पूतनिक वैक्सीन भी उपलब्ध होगी।
10 निजी अस्पतालों ने दिए हैं ऑर्डर
शहर में कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्राइवेट सेक्टर के 10 हॉस्पिटलों और मेडिकल कॉलेजों ने वैक्सीन की खरीद के लिए सीधे इसका निर्माण करने वाली कंपनियों को आर्डर भेजे हैं। रीजेंसी हॉस्पिटल पहले ही कोवैक्सिन की डोज दे रहा है। वहीं, कई और प्राइवेट हॉस्पिटलों में अगले महीने से वैक्सीन लगाने का कार्य दोबारा शुरू कर सकेगे।
शहर में हो चुका है इसका ट्रायल…
रूस में बनी स्पूतनिक वैक्सीन का फेज-2 का ट्रायल कानपुर में भी हुआ है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन में सेकंड फेज के ट्रॉयल के दौरान 20 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई थी। इसके लिए बाकायदा इस वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग करने वाली फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज ने स्टडी की थी। वैक्सीन लगने के बाद किसी भी शख्स में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा था।