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लोकसभा में सांसद ने किया मिर्ची स्प्रे,देश ने बहाया आंसू

coasनई दिल्ली। भारत का संसदीय जनतंत्र गुरुवार को उस समय शर्मसार हो गया जब लोकसभा में तेलंगाना विरोधी आंध्र प्रदेश के एक सांसद ने मिर्ची स्प्रे किया जिससे अफरा-तरफरी मच गई। अभूतपूर्व हंगामे और हिंसा पर उतारू होने के कारण 16 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। तेलंगाना के विरोध में हंगामा करने के कारण इस सप्ताह के शुरू में कांग्रेस ने जिन छह सांसदों को निष्कासित कर दिया था उनमें से एक लगडापति राजगोपाल ने साथी सांसदों पर हमला किया और मार्शल द्वारा निकाले जाने से पहले सदन में मिर्ची स्प्रे कर दिया। तेलंगाना पर जारी विरोध ने गुरुवार को हिंसात्मक रुख अख्तियार कर लिया। विरोध कर रहे एक सांसद ने माइक उखाड़ ली शीशे तोड़ दिए और एक कंप्यूटर को तबाह कर दिया। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने हंगामे को भारतीय लोकतंत्र पर हमला करार दिया। जनता दल-युनाइटेड के नेता शरद यादव ने राजगोपाल के कारनामे को देशद्रोह करार दिया। घटना के समय लोकसभा में मौजूद रहे यादव ने कहा ‘‘यह हमारे लोकतंत्र पर हमला है और यह कुछ और नहीं देशद्रोह है। यदि कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो संसद चलाना कठिन हो जाएगा।’’
संसद में हुई अब तक यह पहली ऐसी घटना है जिसके बाद सांसदों और लोकसभा अधिकारियों और वहां मीडिया दीर्घा में मौजूद पत्रकारों को खांसी और आंखों में जलन होने लगी।
विजयवाड़ा से सांसद राजगोपाल पर साथी सांसदों मार्शलों ने फौरन काबू पा लिया। इस सबसे निचले सदन का माहौल और कड़वा हो गया जहां सुबह से ही नारेबाजी की वजह से हंगामे की स्थिति थी। लेकिन हंगामे के बीच भी आंध्र प्रदेश का बंटवारा कर तेलंगाना के गठन का रास्ता साफ करने वाले विधेयक को सरकार पेश करने में सफल रही। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के साथ ही कई अन्य दलों ने भी सरकार के इस कदम पर आपत्ति जताई है। हंगामा तब शुरू हुआ जब शिंदे ने तेलंगाना विधेयक पेश किया। बिना समय गंवाए राजागोपाल ने काली मिर्च का पाउडर छिड़क दिया। इस घटना के बाद तीन सांसदों को अस्पताल ले जाया गया और अन्य को फौरन सदन से बाहर ले जाया गया। कुछ सांसदों के उपचार के लिए चिकित्सकों को बुलाया गया। तेलंगाना का विरोध कर रहे तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य एम.वेणुगोपाल ने अध्यक्ष का माइक्रोफोन तोड़ दिया। बाद में इस कृत्य के लिए उन्होंने माफी मांगने से भी इनकार कर दिया। वेणुगोपाल ने कहा ‘‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। मैं विरोध कर रहा था। आखिर उन्हें आंध्र प्रदेश को बांटने की हिम्मत कैसे हुई?’’ लोकसभा के 16 सांसदों को पांच दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। इन सांसदों में तेलुगू देशम के पांच कांग्रेस के पांच वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी सहित दो सांसद और कांग्रेस से निष्कासित छह में से पांच सांसद शामिल हैं।
उधर राज्यसभा में भी जोरदार हंगामा होने के कारण कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

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