– इसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर रहेगी।
– हालांकि टेस्टिंग के दौरान यह 180 प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ चुकी है।
– इस ट्रेन में वाई-फाई, जीपीएस पर आधारित यात्री सूचना सिस्टम, प्लश इंटीरियर्स, बायो वैक्यूम टॉयलेट, डिफ्यूस्ड एलईडी लाइटिंग, इंटेलीजेंट एसी आदि।
– इसमें दिव्यांगों के लिए दो स्पेशल कोच बनाया गया है। विदेशों में भी निर्यात करने की योजना रेलवे ने बनाई है।
– एक कोच से दूसरे कोच में जाने के लिए गैंगवे पूरी तरह सील होगा जिससे यात्रियों को परेशानी नहीं होगी।
– पूरी ट्रेन के साथ ही ड्राइवर का केबिन भी एयर कंडीशन होता है।
– ऑटोमैटिक दरवाजे होंगे जहां स्लाइडिंग सीढ़ियां होंगी जिससे उतरने में आसानी होगी।
– ट्रेन को कंट्रोल और रिमोट मॉनीटर के लिए कंप्यूटर भी लगे होंगे।
– फुली सस्पेंडेड ट्रांजेक्शन मोटर।
– 50% पॉवर्ड एक्सल।
– अधिकतम एक्सल लोड- 17 टी।
– शुरुआती एक्सेलेरेशन- 0.7 मी/सेकंड वर्ग।
– डीसीलेरेशन- 0.8 मी/सेकंड वर्ग।
गौरतलब है कि भले ही वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को खाना लेना अनिवार्य होगा, लेकिन वो यात्री जो प्रयागराज से वाराणसी तक की यात्रा करेंगे उन्हें टिकट बुक कराने के वक्त खाना लेने या नहीं लेने की सुविधा होगी। सूत्रों के अनुसार, यदि यात्री इलाहाबाद से वाराणसी की यात्रा की टिकट बुक कराने के दौरान खाने का विकल्प नहीं चुनते हैं और यात्रा के दौरान वे खाना लेना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए अतिरिक्त 50 रुपये चुकाने होंगे।
इतना आएगा खर्च
ट्रेन-18 या वंदे भारत एक्सप्रेस के एक्जीक्यूटिव क्लास और चेयर कार के लिए खाने का शुल्क भी अलग-अलग होगा। नई दिल्ली से वाराणसी के बीच एक्जीक्यूटिव क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को सुबह की चाय, नाश्ते और लंच के लिए 399 रुपये देने होंगे तो चेयर कार में 344 रुपये पड़ेंगे। नई दिल्ली से कानपुर और प्रयागराज के बीच सफर करने वाले यात्रियों को एक्जीक्यूटिव क्लास में 155 और चेयर कार में 122 रुपये खर्च करने होंगे। वाराणसी से नई दिल्ली की यात्रा के दौरान यात्रियों को एक्जीक्यूटिव क्लास में 349 रुपये और चेयर कार में 288 रुपये खर्च करने होंगे। उन्हें शाम में चाय, स्नैक्स और रात का खाना दिया जाएगा।