दस्तक टाइम्स/एजेंसी : सलाद को भोजन का सबसे ज्यादा न्यूट्रिशन वाला हिस्सा कहा जाता है, लेकिन कम ही लोग सलाद का और भी ज्यादा फायदा लेने के बारे में सोचते हैं। जानिए खाने की कुछ ऐसी चीज़ों के बारे में जिन्हें सलाद में डालने से उसे और भी ज्यादा लज़ीज़, न्यूट्रिशस और खूबसूरत बनाया जा सकता है। शायद आपने इन चीज़ों का इस्तेमाल पहले नहीं किया होगा। खाने की यह चीज़ें सलाद को जितना हेल्दी बनाएंगी, उतनी ही सलाद सुंदर भी नज़र आएगा।
अनार
अनार पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन-सी और विटामिन- ए का अच्छा स्रोत है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं। जिसका रोजाना इस्तेमाल दिल के लिए फायदेमंद होता है। प्रोस्टेट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे की भी संभावना को दूर रखता है।
उबले अंडे
सलाद में उबले अंडे डालने से प्रोटीन की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। अंडे के पीले हिस्से में कैरोटीनॉइड एंटी-ऑक्सीडेंट को एब्जॉर्ब करने की क्षमता 9 गुना ज्यादा होती है। अगर आप कोलेस्ट्रॉल को लेकर चिंतित हैं तो सलाद में उबले अंडे फायदेमंद साबित होंगे। एक हफ्ते तक रोज़ाना सलाद में अंडे डालकर खाने से दो किलो वजन कम किया जा सकता है।
लाल और हरी लैट्यूस
लैट्यूस सबसे अच्छा वेट लॉस फूड है। इसमें शुगर और सोडियम की मात्रा कम जबकि विटामिन-ए, के और सी भारी मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन भी होते हैं। इसमें कैलोरी कंटेंट काफी कम और फैट नाममात्र का होता है। ओमेगा-3 से लेकर ओमेगा-6 फैटी एसिड्स होते हैं। लैट्यूस में रिलैक्सिंग स्लीप इन्ड्यूसिंग प्रॉपर्टीज़ होने के कारण इनसोमेनिया की समस्या से राहत मिलती है। इसे सलाद में डालने से अच्छा लुक मिलता है, स्वाद भी बढ़ता है।
चीज़
जिन सब्जियों में स्टार्च नहीं होता, उनके साथ चीज़ खाने से फैट लॉस तेज़ी से होता है। मार्केट में कई प्रकार के चीज़ मौजूद हैं, लेकिन सलाद में उसी प्रकार के चीज़ का प्रयोग करिए, जिसमें फैट और सोडियम की मात्रा कम होती है। प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत होने के कारण इसे सलाद में डालकर खाएं। यह ब्लड-शुगर लेवल को संतुलित रखने में कारगर है। इसके नियमित सेवन से मूड अच्छा रहता है। चीज़ जिन सब्जियों में स्टार्च नहीं होता, उनके साथ चीज़ खाने से फैट लॉस तेज़ी से होता है। मार्केट में कई प्रकार के चीज़ मौजूद हैं, लेकिन सलाद में उसी प्रकार के चीज़ का प्रयोग करिए, जिसमें फैट और सोडियम की मात्रा कम होती है। प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा होने के कारण इसे सलाद में डालकर खाएं। यह ब्लड-शुगर लेवल को संतुलित रखने में कारगर है। इसके नियमित सेवन से मूड अच्छा रहता है। ज़िंक और लाल और हरी लैट्यूस बायोटिन जैसे न्यूट्रियंट्स भी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। चीज़ जिन सब्जियों में स्टार्च नहीं होता, उनके साथ चीज़ खाने से फैट लॉस तेज़ी से होता है। मार्केट में कई प्रकार के चीज़ मौजूद हैं, लेकिन सलाद में उसी प्रकार के चीज़ का प्रयोग करिए, जिसमें फैट और सोडियम की मात्रा कम होती है। प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा होने के कारण इसे सलाद में डालकर खाएं। यह ब्लड-शुगर लेवल को संतुलित रखने में कारगर है। इसके नियमित सेवन से मूड अच्छा रहता है। ज़िंक और लाल और हरी लैट्यूस बायोटिन जैसे न्यूट्रियंट्स भी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।ज़िंक और बायोटिन जैसे न्यूट्रिएंट्स भी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
नट्स और सीड्स
नट्स और सीड्स में फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें मोनो और पोलीसैचुरेटेड फैट्स भी अधिक मात्रा में होते हैं, जो दिल के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इन्हें सलाद में शामिल करने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम किया जा सकता है।
ऑलिव ऑइल और विनेगर (सिरका)
सलाद में ऑलिव ऑइल और विनेगर डालने से शरीर में शुगर का लेवल बैलेंस रहता है। सलाद में मोनो अनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं। रोज़ दो चम्मच यानी 23 ग्राम ऑलिव ऑइल के इस्तेमाल से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। सलाद में ऑलिव ऑइल और सिरका डालकर खाने से नमक और फैट का सेवन कम हो जाता है।