वसंत पंचमी के दिन किसी भी व्यक्ति को भूलकर भी नहीं करनी चाहिए ये गलतियां
हिन्दू पंचांग के अनुसार, माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। मुख्य रूप से यह पर्व ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। लेकिन सरस्वती पूजा के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है ये बातें इस प्रकार हैं..
– वसंत पंचमी के दिन बिना स्नान किए भोजन नहीं करना चाहिए।
– इस दिन रंग-बिरंगे कपड़े नहीं पहनने चाहिए। पीले वस्त्रों को ही तरजीह दें।
– वसंत पंचमी के दिन पेड़-पौधे नहीं काटने चाहिए।
– वसंत पंचमी के दिन किसी को अपशब्द बोलने से बचें।
– इस दिन गाली-गलौज व झगड़े से भी बचना चाहिए।
– वसंत पंचमी के दिन मांस-मदिरा के सेवन से दूर रहें।
– इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना बेहत जरूरी है।
वंसत पंचमी की पूजा विधि
स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में मां सरस्वती की पूजा के साथ-साथ घरों में भी यह पूजा की जाती है। अगर आप घर में मां सरस्वती की पूजा कर रहे हैं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें। सुबह-सुबह नहाकर मां सरस्वती को पीले फूल अर्पित करें। इसके बाद पूजा के समय मां सरस्वती की वंदना करें। पूजा स्थान पर वाद्य यंत्र और किताबें रखें और बच्चों को भी पूजा स्थल पर बैठाएं। बच्चों को तोहफे में पुस्तक दें। इस दिन पीले चावल या पीले रंग का भोजन करें।