वाराणसी में मोदी-शिन्जो अबे के सुरक्षा में लगाए गए 7000 सुरक्षाकर्मी
वाराणसी : प्राचीन मंदिरों के शहर वाराणसी में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं जो आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिन्जो अबे का स्वागत करने के लिए तैयार है।
एक होटल में कुछ देर रूकने के बाद प्रधानमंत्री दशाश्वमेध घाट जाएंगे जहां वह गंगा आरती में शामिल होंगे। इसके बाद मोदी और अबे रात्रि भोज में गणमान्य अतिथियों से संवाद करेंगे। रात्रि भोज में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कुछ केंद्रीय मंत्री, प्रख्यात संगीतज्ञ और पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र, रचनाकार नीरजा माधव, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के पंडित अशोक द्विवेदी और समाज के विभिन्न वर्गों की जानीमानी हस्तियां भी शामिल होंगी।
समझा जाता है कि रात लगभग आठ बजे दोनों प्रधानमंत्री नयी दिल्ली वापस जाने के लिए विमान में सवार होंगे। पूरे वाराणसी में लगभग चार घंटे की ‘हाई प्रोफाइल’ यात्रा के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम के तहत करीब 7,000 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं।
घाटों पर आम तौर पर भारी भीड़ होती है। इन घाटों की सुरक्षा का जिम्मा सेना और नौसेना ने अपने हाथों में ले लिया है जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के स्कूबा गोताखोरों को अस्थायी मंच पर तैनात किया जाएगा। यह मंच नदी के तट पर पीपों की मदद से तैयार किया गया है। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के जवान शहर में मंगलवार से डेरा डाले हुए हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), आतंकवाद निरोधक दस्ता, केंद्रीय अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिस उनकी सहायता कर रहे हैं। बाबतपुर हवाई अड्डा से दशाश्वमेध घाट तक के पूरे 22 किमी लंबे रास्ते पर दोनों प्रधानमंत्रियों का स्वागत करते हुए तरह-तरह के पोस्टर, बैनर आदि लगाए गए हैं। इनमें से कुछ पोस्टर, बैनर पर जापानी भाषा में संदेश लिखे गए हैं।