विजय शंखनाद रैली में होगी रेलवे की ‘अग्नि परीक्षा’
लखनऊ। भाजपा की ‘विजय शंखनाद महारैली’ में आ रही 29 स्पेशल ट्रेनें रेलवे के लिए चुनौती बन गयी है। इसकी वजह यह है कि राजधानी के दो महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों चारबाग व लखनऊ जंक्शन से नियमित व स्पेशल ट्रेनें चलाने में उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे के अफसरों की अग्नि परीक्षा होगी। आलम यह है कि प्लेटफार्मों के अभाव में रोजाना करीब तीस फीसद ट्रेनें आउटर पर खड़ी रहती है। रैली वाले दिन किसी ट्रेन का प्लेटफार्म नहीं बदला जाएगा। ऐसे में आउटर पर खड़ी होने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ जाएगी। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि रैली में आने वाली सभी स्पेशल ट्रेनों को प्लेटफार्म नम्बर एक से चलाया जाएं ताकि कार्यकतार्ओं को दूसरे प्लेटफार्मो पर जाने पर फुट ओवरब्रिज का प्रयोग न करना पड़े।वर्ष 2००2 में बसपा की रैली में भगदड़ के बाद रेलवे फूंक-फूंक कर कदम रखती है। प्लेटफार्म नम्बर एक से स्पेशल ट्रेनों के संचालन के बाद नियमित ट्रेनों के सिर्फ आठ प्लेटफार्म ही बचेंगे। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ जंक्शन पर कुल छह प्लेटफार्म है जिस पर रोजाना 88 ट्रेनों का आवागमन होता है।ऐसे में लखनऊ जं. से 11 स्पेशल ट्रेनें भी चलानी है। इतना ही नहीं पहली मार्च से चार और ट्रेनों का बोझ लखनऊ जंक्शन पर बढ़ जाएगा। प्लेटफार्म नम्बर छह पर क्रास ओवर भी नहीं है कि जिससे आने वाली ट्रेन का इंजन काटकर दूसरी लाइन पर लिया जा सके।