विभिन्न श्रमिक संघों की ओर से आहूत देशव्यापी भारत बंद जारी है। इस दौरान कहीं इसका व्यापक असर देखा गया तो कहीं सामान्य कामकाज प्रभावित नहीं हुआ। जानें, अब तक कहां क्या हुआ।
नई दिल्ली : देशभर में विभिन्न ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल जारी है, जो बुधवार को भी चलेगी। असम, मेघालय, कर्नाटक, मणिपुर, बिहार, झारखंड, गोवा, राजस्थान, पंजाब , छत्तीसगढ़, केरल और हरियाणा में बंद का काफी असर दिख रहा है, जबकि पश्चिम बंगाल से कई स्थानों से हिंसक झड़प की भी सूचना है।
ट्रेड यूनियनों की ओर से आहूत भारत बंद को देखते हुए देश के कई हिस्सों में शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं, कई परिवहन यूनियनों ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है, जिसकी वजह से कई राज्यों में सड़कों पर सार्वजनिक वाहन नहीं उतरे और इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार पर श्रमिक विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए यह बंद बुलाया है। वामपंथी पार्टियों और इससे संबद्ध यूनियनों की ओर से आहूत भारत बंद के दौरान अब तक कहां क्या हुआ, जानें 10 बड़ी बातें।
- केरल, कर्नाटक, गोवा, बिहार, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, असम, मेघालय, मणिपुर में बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है।
- पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर उग्र प्रदर्शनकारियों और पुलिस की झड़प हुई, आसनसोल में सीपीएम और तृणमूल कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए तो 24 परगना जिले में बारासात के चंपाडाली इलाके में एक स्कूल बस पर पथराव किया गया और सरकारी बस में भी तोड़फोड़ की गई।
- मुंबई में BEST की हड़ताल भी जारी है, जिसकी वजह से यहां यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है
- कर्नाटक में राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) ने भी बंद का समर्थन किया है और इस वजह से KSRTC की बसें सड़कों पर नजर नहीं आ रही हैं।
- मध्य प्रदेश और हरियाणा में भी परिवहन विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर हैं तो कुछ राज्यों में टैक्सी और तिपहिया ऑटो चालकों ने भी हड़ताल को समर्थन दिया है।
- ओडिशा में भी बंद का व्यापक असर देखा गया, भुवनेश्वर में प्रदर्शनकारियों ने सड़क से गुजर रहे आम लोगों को भी रोका।
- रेलकर्मियों ने काला फीता बांधकर हड़ताल को समर्थन दिया, कई जगह उन्होंने कार्यस्थल के बाहर धरना दिया
- केरल में भी बंद का बड़ा असर देखा जा रहा है, प्रदर्शनकारियों ने सोमवार आधी रात के बाद से ही रेल लाइनों को बाधित करना शुरू कर दिया था, जिसके कारण कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
- भारत बंद को 10 केंद्रीय श्रम संघों का समर्थन हासिल है, जिनमें इनमें एटक, इंटक, एचएमएस, सीटू, एआईटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा,एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी शामिल हैं, इन यूनियनों ने हड़ताल में 20 करोड़ कर्मचारियों के शामिल होने की बात कही है।
- दूरसंचार, स्वास्थ्य, शिक्षा, कोयला, इस्पात, बिजली, बैंक, बीमा और परिवहन क्षेत्र के कर्मचारी भी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं, हालांकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ इसमें शामिल नहीं है।