विराट का सालाना वेतन कोच रवि शास्त्री से कम
-लेकिन कोहली विज्ञापनों से करते हैं विराट कमाई
नई दिल्ली : रन बनाने में धीरे-धीरे रिकॉर्ड-पुरुष बनने की ओर अग्रसर भारतीय कप्तान विराट कोहली के आसपास आज कोई भी क्रिकेटर नहीं है। हां, कुछ बल्लेबाज जरूर हैं, जिनके साथ उनकी तुलना की जाती है। कुछ ऐसा ही उनकी कमाई के मामले में भी कहा जा सकता है। पिछले साल वह सबसे ज्यादा कमाई करने वाले क्रिकेटर रहे। वह गुजरे साल दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सभी खेलों के खिलाड़ियों में शामिल इकलौते क्रिकेटर थे। लेकिन एक क्षेत्र में पैसा कमाने के मामले में वह ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और इंग्लिश बल्लेबाज जे. रूट से पीछे हैं। चौंकाने वाली बात यह भी है कि टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री को उनसे ज्यादा वेतन मिल रहा है। दुनिया की एक अग्रणी मैगजीन के अनुसार विराट कोहली साल 2016 में दुनिया में सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा कमाई करने वाले क्रिकेटर थे। पिछले विराट ने करीब 141 करोड़ की कमाई की। लेकिन जहां से विराट को सबसे ज्यादा आमदनी होनी चाहिए, वहीं विराट दुनिया के बाकी दो खिलाड़ियों से पिछड़ जाते हैं और अपने कोच रवि शास्त्री से भी। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और इग्लैंड के जे. रूट इस क्षेत्र में सालाना कमाई में उनसे आगे हैं।
बता दें कि स्टीव स्मिथ जहां साल भर में साढ़े नौ करोड़ रुपये कमाते हैं, तो रूट की कमाई करीब नौ करोड़ रुपये है। लेकिन विराट की गाड़ी यहां करीब साढ़े छह करोड़ रुपये सालाना पर ही आकर थम जाती है। बता दें कि यह वह सालाना कमाई है, जो इन खिलाड़ियों को वेतन के रूप में अपने-अपने बोर्डों से मिलती है। साल में बीसीसीआई से प्राप्त होने वाली अनुबंध राशि दो करोड़ और मैच फीस को मिलाकर विराट कोहली का वेतन करीब साढ़े छह करोड़ रुपये के आस-पास ही बैठता है। रवि शास्त्री को बीसीसीआई सालाना साढ़े सात करोड़ रुपये से भी ज्यादा का भुगतान करती है। ऐसा इसलिए कि टीम इंडिया का कोच बनने के बाद रवि शास्त्री को अपने बाकी दूसरे काम यानी कमेंट्री, कॉलम लिखना आदि बंद करने पड़े। बोर्ड के नए नियमों के अनुसार हर किसी को ऐसा करना पड़ता है। लेकिन बीसीसीआई उसको क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करता है। इसी वजह से कोच रवि शास्त्री का सालाना वेतन कप्तान विराट कोहली से ज्यादा है। वैसे अब दोनों ने ही बीसीसीआई से उसकी सालाना कमाई में खिलाड़ियों के लिए ज्यादा राजस्व की मांग की है। कुल मिलाकर बात यह है कि अब भले ही विज्ञापनों को मिलाकर कोहली का सालाना वेतन करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये का आंकड़ा छू रहा हो, लेकिन बोर्ड से होने वाली सालाना कमाई में वह पीछे हैं।