ज्योतिष डेस्क : सूर्य देव इस समय तुला राशि में हैं और 17 नवंबर 2018, शनिवार को सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के गोचर से सभी राशियों पर बहुत प्रभाव पड़ने वाला है। जिन राशियों को अब तक सूर्य के अशुभ परिणामों को झेलना पड़ रहा था उन राशि के जातकों को अब राहत मिलेगी व उन्हें शुभ फल मिलेंगे। सूर्य वृश्चिक राशि में 17 दिसंबर तक रहेंगे। इस परिवर्तन से मानव जीवन पर खासा प्रभाव देखने को मिलेगा, क्योंकि सूर्य का महत्वता मनुष्य के लिए बहुत ही जरुरी है। हिंदी धर्म शास्त्रों में सूर्य ही वह ग्रह है जो मानव जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।
तीन राशियों को मिलेगा लाभ
मेष : सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश होने पर सबसे ज्यादा मेष राशि को लाभ होने वाला है। इस गोचर से मेष राशि के जातकों को हर क्षेत्र में सुख प्राप्त होगा। इस दौरान आपकी राशि के जातकों को शिक्षा संबंधित सफलता जरुर ही प्राप्त होगी वहीं यह समय जातकों के लिए शुभ फलदायी साबित होगा। व्यवसाय में आपको सोच से अधिक सफलता प्राप्त होगी। सूर्य गोचर कुल मिलाकर आपको शुभ फल देने वाला रहेगा। साथ ही राजनीति में भी सफलताएं मिलेगी। स्वास्थ्य सबंधि समस्याएं दूर होंगी।
वृषभ : इस राशि के जातकों को सूर्य के वृश्चिक राशि में गोचर से बहुत शुभ फल प्राप्त होंगे। छात्रों के लिए यह समय बहुत ही लाभप्रद रहेगा, मेहनत में सफलताएं जल्द मिलेंगी। व्यापार-व्यवसाय में धन लाभ सम्भव है। यदि जातक नौकरी की खोज कर रहे हैं, तो यह समय उत्तम है। धार्मिक यात्राएं हो सकती हैं। संतान को निश्चित ही बड़ी सफलता प्राप्त होगी। किसी भी प्रकार की विवादित मध्यस्थता से बचें। राजनीतिज्ञों के लिए समय शुभ हैं। जीवनसाथी की ओर से लाभ प्राप्त होगा।
मिथुन : सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर मिथुन राशि के लिए व्यस्तता लेकर आ रहा है। काम का बोझ रहेगा। इस राशि के जातकों के लिए सूर्य शुभ फलदायी होगा। जातक को पिता की ओर से पूर्ण लाभ होगा, लेकिन सचेत रहें जातकों को पेट से सम्बंधित कोई परेशानी हो सकती है। कठिन परिश्रम के बाद ही सफलताओं को हासिल कर पाएंगे। प्रेम संबंधों के लिए समय ठीक नहीं है।
किन राशियों के लिए रहेगा अशुभ
कर्क : इस राशि के जातकों के लिए सूर्य अशुभ फलदायी होगा। जातक अपने परिवार से सहयोग की अपेक्षा ना करें। इस दौरान परिवार में या रिश्तेदारों के साथ मतभेद हो सकते हैं। कार्यक्षेत्र में बदलाव या जॉब बदलने का मन बन सकता है।
सिंह : इस राशि के जातकों के लिए इनके प्रभाव से आपकी भाषा शैली काफी कठोर हो सकती है। इस कारण परिवार में विवाद हो सकते हैं। गलत विचारों के लोगों से सामना हो सकता है। आय में वृद्धि को लेकर कुछ दिक्कतें आ सकती हैं लेकिन अपनी कर्मठता से आप स्थिति संभाल लेंगे और बड़ी मात्रा में धन जमा कर सकेंगे। नेत्र रोग, सिरदर्द, बुखार जैसी चीजें आपको परेशान कर सकती हैं, इनसे बचें।
कन्या : इस राशि के जातकों का स्वभाव में बदलाव हो सकता है और घमंड में वृद्धि हो सकती है, गुस्से पर नियंत्रण रखें। अप्रत्याशित यात्राओं के योग हैं। सेहत कुछ कमजोर रह सकती है। आप पर तनाव हावी रह सकता है, ध्यान करने से आपको लाभ होगा। करियर में उतार-चढ़ाव संभव है। सूर्य देव की पूजा करें और उन्हें जल चढ़ाएं। सूर्य व्ययेश होने कारण यहां हानि पहुंचायेगा। शांति हेतु सूर्य अर्घ्य का विधान करें।
तुला : तुला राशि के लिए सूर्य द्वितीय स्थान में होगा। तुला राशि में सूर्य लग्नेश शुक्र का शत्रु होने से पाप फलदायी होगा। लेकिन अपनी मित्र राशि वृश्चिक में होने के कारण यह धन संग्रहण में सहायक होगा। धन में लाभके लिए तुला राशि के जातक शिवोक्त ‘सूर्याष्टकम’ करें।
वृश्चिक : वृश्चिक राशि के लिए सूर्य गोचर के दौरान आपको सेहत से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। आंखों से संबंधित दिक्कतें या बुखार, पेट दर्द, अनिद्रा सता सकती है। दूर की यात्रा करने का योग बन रहा है। विदेश जाने का मौका भी आपको मिल सकता है। आपके खर्च में वृद्धि के योग हैं।
धनु : धनु राशि के लिए सूर्य गोचर के कारण दोस्तों के साथ तनाव हो सकता है, नाम खराब हो ऐसा कोई काम न करें। आपको संयम व धैर्य से काम करने की जरूरत है। मल्टीनेशनल कंपनी में काम करनेवाले लोगों को लाभ हो सकता है। मानसिक शांति के लिए पानी में सिंदूर व लाल फूल डालकर सूर्य देव को अर्पित करें।
मकर : जीवन में संघर्ष बढ़ सकता और हर कार्य को पूरा करने के लिए आपको अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। पिता की सेहत को लेकर सतर्कता बरतें। कार्यक्षेत्र में बदलाव और ट्रांसफर की संभावना बन रही है। पारिवारिक जीवन में विवाद रह सकता है।
मीन : धार्मिक और रीति, रिवाजों के कार्यों में आपका मन लगेगा। कई तरह की चुनौतियां सिर उठा सकती हैं। मेहनत से सफलता जरूर मिलेगी। आपको मानसिक तौर पर शांति का अहसास होगा। यात्राओं के योग बन रहे हैं। जातक किसी कोर्ट-केस में उलझ सकता है। उपाय के लिए जातक पिता की नि:स्वार्थ सेवा करें।