वेनेजुएला अपने कानून में संशोधन, बनेगी नागरिक सेना : निकोलस मादुरो
मॉस्को। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने रविवार को कहा कि वेनेजुएला अपने कानून में संशोधन करेगा ताकि नेशनल बोलिवियन आर्म्ड फोर्सेज नागरिक सेना को अपना हिस्सा बना सके। इस पहले महीने के शुरुआत में श्री मादुरो ने कहा कि दिसंबर 2019 तक वेनेजुएला नागरिक सेना के अधिकारियों की संख्या को 21 लाख से बढ़ाकर 30 लाख किया जाएगा। राष्ट्रपति ने कहा इस कदम के लिए कानून में संशोधन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कमांडेंट शावेज ने एक शक्तिशाली और महान नागरिक सेना का सपना देखा था। देश के सशस्त्र बलों की तरह नागरिक सेना को भी पूर्ण रूप से संवैधानिक दर्जा मिलेगा। गौरतलब है कि यह निर्णय तब लिया गया है जब वेनेजुएला राजनीतिक संकट से गुजर रहा है।
यह राजनीतिक संकट दरअसल इस वर्ष जनवरी में तब शुरू हुआ था जब अमेरिका का समर्थन प्राप्त विपक्षी नेता जुआन गुआइदो ने स्वयं को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था। वेनेजुएला में मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए अमेरिका ने उस पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगाने के अलावा कहा है कि वह सैन्य विकल्प पर विचार कर रहा है। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो ने 23 जनवरी को इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने के साथ ही स्वयं को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया था। अमेरिका के अलावा अब तक कनाडा, अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, ग्वाटेमाला, होंडुरास, पनामा, पैराग्वे और पेरू समेत 54 देशों ने विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि वेनेजुएला में हजारों लोग मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व श्री गुआइदो कर रहे हैं। जनवरी की शुरुआत में श्री मादुरो ने राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शपथ ली थी। हाल में संपन्न हुए चुनावों में उन पर गड़बड़ी करने के आरोप लगे थे। श्री मादुरो के नेतृत्व में कई वर्षों से वेनेजुएला गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बढ़ती कीमतों के अलावा खाने-पीने और दवाईयों की कमी के कारण लाखों लोगों ने वेनेजुएला से पलायन भी किया है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक वेनेजुएला के 27 लाख लोगों ने लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों में शरण ली हुई है। मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो ने श्री गुआइदो पर अमेरिका की मदद से उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है। श्री मादुरो को चीन तथा रूस खुल कर अपना समर्थन दे रहे हैं।