शहद में पहले, सब्जी में दूसरे और फल उत्पादन में 5वें नंबर पर पहुंचा बिहार
बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि राज्य के किसानों की मेहनत और सरकार की योजनाओं का असर दिख रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सपना है कि हर भारतीय की थाली में बिहार का कम से कम एक व्यंजन पहुंचे, इसके लिए बागवानी की बड़ी भूमिका है। आज देश में मधु उत्पादन में बिहार प्रथम स्थान पर है। सब्जी उत्पादन में दूसरा और फल उत्पादन में पांचवें स्थान पर है। बुधवार को वे बामेती में उद्यान क्षेत्र में नवाचार से संबंधित प्रगतिशील किसानों का प्रशिक्षण सह फीडबैक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि साग-सब्जी एवं फलों की बढ़ती मांग से महंगाई में भी वृद्धि हो रही है। अंधाधुंध रासायनिक उर्वरक, कीटनाशक, खरपतवारनाशक दवाओं तथा फलों को पकाने के लिए रसायन का उपयोग घातक है। निदेशक उद्यान नंदकिशोर, बामेती निदेशक डॉ. जितेंद्र प्रसाद, संयुक्त निदेशक उद्यान सुनील कुमार पंकज, उप निदेशक नीतेश कुमार राय सहित जिलों के बागवानी से संबंधित 300 किसान व जिला स्तरीय बागवानी पदाधिकारी मौजूद थे।
बिहार में जैविक खेती को मिल रहा बढ़ावाः राज्य में जैविक खेती करने वाले किसानों को सरकार सब्सिडी देगी। पांच वर्षों के अंदर जैविक खेती के मामले में बिहार सिक्किम से भी आगे निकल जाएगा। हर जिले में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। जैविक खाद प्लांट के लिए भी सरकार 50 फीसदी अनुदान दे रही है। जैविक मार्केट की तलाश की जा रही है। जैविक फसल को लेकर ऑन लाइन मार्केटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससे किसानों को उत्पाद की उचित कीमत मिलेगी।
जैविक खेती से लोगों के स्वास्थ्य की हिफाजत होगी। इसी के मद्देनजर जैविक कोरिडोर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रासायनिक खेती से खेतों की उर्वरता खत्म और पीढ़ी बीमार हो रही थी। सीएम ने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार 1.54 लाख करोड़ कृषि विकास के लिए खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि सब्जी की जैविक खेती करने वाले किसानों को राज्य सरकार पूरी मदद करेगी।