नई दिल्ली। दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने अपने छोटे बेटे सैयद शाबान ओसामा बुखारी को नायब शाही इमाम बनाने का फैसला किया है। इस बारे में औपचारिक ऐलान आगामी 22 नवंबर को होगा। अहमद बुखारी ने बुधवार को कहा कि छोटे बेटे के मजहबी रुझान को देखते हुए हमने उन्हें नायब शाही इमाम का पद देने का फैसला किया है। इसमें जामा मस्जिद से जुड़े सभी पदाधिकारियों और मेरे बड़े बेटे ने अपनी रजामंदी दी है। 22 नवंबर को इस बारे में ऐलान किया जाएगा। मुगल शासक शाहजहां के जमाने से शाही इमाम की परंपरा चली आ रही है जिसके मुताबिक शाही इमाम का बड़ा बेटा नायब की जिम्मेदारी संभालता है और उसके राजी या तैयार नहीं होने पर परिवार के दूसरे बेटे को यह जिम्मेदारी दी जाती है। बाद में नायब ही शाही इमाम की जिम्मेदारी संभालता है। अहमद बुखारी के दो बेटे हैं। 18 साल के शाबान उनके छोटे बेटे हैं और वह एमिटी विश्वविद्यालय में स्नातक के द्वितीय वर्ष के छात्र हैं।