शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक उन्नयन के लिए योग जरूरी
सीएम योगी ने किया साप्ताहिक योग एंव शैक्षिक कार्यशाला का उद्घाटन
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में साप्ताहिक योग एंव शैक्षिक कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि योग शरीर, मन ओर बुद्धि को जोड़ता है। आज योग मानवता को भी जोड़ रहा है। योग को अर्न्तराष्ट्रीय पहचान मिल रही है और योग ने पूरे विश्व को जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष महा योगी गुरू गोरखनाथ योग संस्थान एंव महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा योग शिविर का आयोजन किया जाता है जिसमें योग प्रशिक्षण के साथ शिक्षा जगत की महत्वपूर्ण समस्याओं एंव अन्य बातों पर चर्चा होती हैं। उन्होंने कहा कि योग भारत की प्राचीन विधा है यह ऋषियों का प्रसाद है। योग के महत्व को वेदों से लेकर सर्वाचीन ग्रन्थों ने स्वीकारा है लेकिन इसका अर्न्तराष्ट्रीय महत्व देश भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिलाई हैै। हम सबको उनके प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए। 21 जून को प्रधानमंत्री लखनऊ 55 हजार योग साधकों के साथ योग में भाग लेंगे यह पूरे उप्र के लिए अद्भुत क्षण है। उन्होंने कहा कि योग अध्यात्म के रहस्य में डुबकी लगाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। असंभव कार्य भी योग से संभव हो सकता है। इस अवसर पर उन्होंने बाबा गंभीरनाथ के बारे में बताते हुए कहा कि बाबा गंभीर नाथ पहुंचे हुए योगी थे वे अपने समय के ऐसे योगी थे जो योग के बल पर परकाया में प्रवेश भी कर जाते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उ0प्र0 का विशेष सौभाग्य है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में योग कार्यक्रम के सहभागी बनेंगे।
इस अवसर पर कटक (उड़ीसा) से पधारे शिवनाथ जी महराज ने कहा कि योग एक साधन है इससे जिसके तीन लाभ है, शारीरिक स्वस्थयता, मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नयन। उन्होंने कहा कि प्राणायाम से सारे रोग दूर हो जाते है, मानसिक शांति होती है। बाबा गोरखनाथ योग साधना में प्रवीण थे वे हठयोग के प्रणेता थे। इस अवसर पर गोरखनाथ आसुक संगा के सचिव प्रदीप कुमार नाथ ने बांस से बनी भगवान शंकर की प्रतिमा मुख्यमंत्री को भेंट की। कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना एंव समापन वंदे मातरम गीत के साथ हुई। इस अवसर पर सहजनवा विधायक शीतल पाण्डेय, नगर विधायक राधामोहन दास अग्रवाल, मेयर सत्या पाण्डेय, पूर्व एमएलसी विनोद पाण्डेय, प्रो0 राम अचल सिंह, प्रो0 यू0पी0 सिंह, प्रो0 संतोष गुप्ता, प्रो0 धमेन्द्र नाथ वर्मा, प्रो0 योगेन्द्र सिंह, प्रो0 सदानन्द सिंह, त्रिपुरा से पधारे गुरू गोरखनाथ आसुक संगा के सचिव प्रदीप कुमार नाथ सहित अन्य गणमान्य नागरिक एंव प्रशासनिक अधिकारी व आम जन उपस्थित रहे।