– युवाओं ने बनाया संगठन और शुरू कर दी तैयारी
– गांव के युवाओं ने सम्भाली कमान
लखनऊ। राजधानी लखनऊ से 300 किलो मीटर दूर पीलीभीत जिले के रामनगर गांव में रहने वाले युवाओं ने गांव में शिक्षा की अलख जगानी शुरू की है। गांव में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए युवा घर-घर पहुंचकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। शिक्षा की अलख जगाने वाले यह युवा पूरनपुर तहसील के रामनगर गांव के रहने वाले हैं। ‘युवा बिग्रेड आॅफ रामनगर’ नाम से एक संस्था बनाकर युवाओं ने शिक्षा को लेकर गांव वासियों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। साथ ही गांव में निःशुल्क कोचिंग के साथ सरकारी नौकरियों की तैयारी भी छात्र-छात्राओं के लिए शुरू करा दी है। इस कोचिंग के संचालन के लिए दूर दराज में नौकरी करने वाले गांव के लोग भी खूब बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इसके साथ ही विदेश में रहने वाले लोग भी शिक्षा जागरूकता में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की व्यवस्था उचित नहीं होने के कारण युवाओं ने जागरूकता अभियान चलाना शुरू कर दिया है। इस जागरूकता अभियान के लिए युवा ब्रिगेड आॅफ रामनगर के युवाओं ने एक कोचिंग भी खोली है, जिसमें छात्र-छात्राओं के निःशुल्क कोचिंग पढ़ाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार में निकली भर्तियों के बारे में भी उन्हें जानकारी दे रहे हैं। कोचिंग में छात्र और छात्राओं को पढ़ाने के लिए युवाओं ने दो अध्यापक भी रखे हैं, जो दो से तीन घण्टे की हर रोज क्लास लेते हैं। शिक्षा जागरूकता के लिए युवाओं ने हर घर पहुंचकर कोचिंग में पढ़ाई करने के छात्र व छात्राओं से अनुरोध किया। कम्प्टीशन क्लास में छात्रायें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने लगीं हैं और आने वाली हर भर्तियों पर अपना ध्यान केन्द्रित किये हुए हैं।
पुलिस आरक्षी में चयन के बाद छात्राओं को किया जागरूक
रामनगर गांव में एक ही परिवार के दो बहने पुलिस आरक्षी भर्ती में चुनी गईं हैं। चयन के बाद वह छात्राओं को महिला सशक्तिकरण के साथ ही पढ़ाई में हिस्सा लेने के लिए जागरूक कर रहीं हैं। इसके साथ ही गांव का एक युवा भी पुलिस आरक्षी में भर्ती हुआ, जो छात्रों को तैयारी की बारीकियों को गांव में सिखा रहा है। गांव की शिक्षा व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए विदेशों में काम करने वाले युवा भी टीम का भरपूर सहयोग कर रहे हैं। इसके साथ देश में किसी भी कोने में रहने वाले युवा शिक्षा के प्रति सभी को जागरूक करने की सोच में लगे हैं।
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