उत्तर प्रदेशराजनीति
शिवसेना को ज्यादा भाव देने के मूड में नहीं भाजपा, बेफिक्र है आलाकमान
भाजपा आलाकमान अपने सहयोगी दल शिवसेना को ज्यादा भाव देने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि शिवसेना के जरिए अगला लोकसभा और विधानसभा का चुनाव राजग से अलग हटकर अकेले लड़ने के ऐलान के बावजूद भी भाजपा नेतृत्व रिलैक्स मोड में नजर आ रहा है। केंद्रीय नेतृत्व के जरिए बयान देने के बदले शिवसेना की सियासत पर प्रदेश नेतृत्व से ही बयान जारी करवाए गए। पार्टी के एक शीर्ष नेता का कहना है कि शिवसेना का मामला प्रदेश की राजनीति से जुड़ा है, इसलिए जो भी कुछ बातचीत या कदम उठाना होगा, वह प्रदेश भाजपा के जरिए होगा। उक्त नेता के अनुसाार हमने अभी हाल फिलहाल में कुछ भी ऐसा नहीं किया है, जिससे शिवसेना ने ऐसा निर्णय लिया है। शीर्ष नेता के अनुसार भाजपा में सहिष्णुता अधिक है।
सियासी जवाब देने उतरे सेलार-फडणवीस
भाजपा नेतृत्व की रणनीति पर अमल करते हुए शिवसेना विवाद पर प्रदेश भाजपा ने ही बयानबाजी की है। 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा से गठबंधन तोड़ने के शिवसेना के ऐलान के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस ने कहा है कि सूबे की भाजपा-शिवसेना सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
सेना के जरिए गठबंधन तोड़ने के ऐलान पर प्रतिक्रिया जताते हुए महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष आशीष सेलार ने कहा कि शिवसेना से ऐसे कदम की उम्मीद नहीं थी। इससे शिवसेना का ही नुकसान होगा। अकेले दम पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा पूरी तरह से तैयार है।