शीशे से बंद घर और दफ्तर कर रहे हैं आपको बीमार
शीशे से बंद एयरकंडिशनिंग वाले घर और दफ्तर भले ही आरामदायक महसूस होते हों लेकिन ये आपकी हड्डियों को खोखला बना रहे हैं। आधुनिक जीवनशैली का प्रतीक माने जाने वाले ऐसे घर और दफ्तर न केवल ताजा हवा, बल्कि धूप से भी लोगों को वंचित करते हैं, जिस कारण शरीर में विटमिन डी की कमी होती है और हड्डियां कमजोर होती हैं।
व्यस्त दिनचर्या और आधुनिक संसाधनों के कारण लोग तेज धूप नहीं ले पाते। खुले मैदान में घूमना-फिरना और खेलना भी बंद हो गया है। इस कारण धूप के जरिए मिलने वाला विटमिन डी लोगों तक नहीं पहुंच पाता। जब भी किसी को घुटने या जोड़ों में दर्द होता है, तो उसे लगता है कि कैल्शियम की कमी हो गई है, जबकि विटमिन डी की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। डॉ. वैश्य का कहना है अगर कैल्शियम के साथ-साथ विटमिन डी की भी समय पर जांच करवा ली जाए तो आर्थराइटिस को बढ़ने से रोका जा सकता है।
डॉ वैश्य का सुझाव है कि बड़ी उम्र में होने वाले इस रोग से बचपन में ही बचाव किया जा सकता है। अगर बच्चों को खासकर किशोरावस्था में प्रतिदिन 1200 से 1300 मिलीग्राम कैल्शियम दिया जाए तो वे इस बीमारी से बच सकते हैं। लेकिन आंकड़ों के अनुसार आमतौर पर बच्चे 700 से 1000 मिलीग्राम कैल्शियम का ही सेवन करते हैं।