एक ओर तमाम पति मोदी के फैसले की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। वहीं उनकी पत्नियां मोदी को कोसने में जुटी हैं। दोनों की वजह अलग-अलग हैं।
दरअसल वेतनभोगी से लेकर सीमित आय वाले पतियों को पता है कि उन्होंने कौन से 500 और हजार के नोट दबा रखे हैं।
पर जब पत्नियों ने घर खर्च के बजट से बचत के लाखों रुपये निकाले तो इन्हीं पतियों के होश उड़ गए। अब वह अपनी पत्नी की बचत को खाते में जमा करने की जुगत में लग गए हैं।
ऐसा ही एक रोचक वाकया सामने आया एक शख्स के साथ। उसने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि शाम को टीवी के सामने बैठकर चाय की चुस्कियां लेते हुए काले धन पर मोदी की सर्जिकल स्ट्राइक की खबर सुनकर मन ही मन काला धन रखने वालों की स्थिति पर मुस्कुरा रहा था। सोच रहा था कि अच्छा हुआ उसके पास बड़ी रकम नहीं है। अगर होती तो इस आदेश के बाद उसे एडजस्ट करने में पसीने छूट जाते। तभी उनकी पत्नी उनके पास आकर बोली, ‘सुनो जी’, ‘अरे सुनते हो।’ उसकी ओर बिना देखे पूछा बोलो जवाब मिला प्लीज कुछ नोट एक्सचेंज करवा लो।
लगा कि छोटी मोटी रकम होगी लिहाजा पूछा, कितना पैसा है? पत्नी का जवाब सुनकर होश ही उड़ गए। पत्नी ने हर महीने घर खर्च के नाम पर बीस हजार रुपये में से थोड़ी-थोड़ी रकम करके साढ़े आठ लाख रुपया जोड़ रखा था। पहले तो गुस्सा आया, फिर चिंता बढ़ गई कि इतनी बचत को अब एडजस्ट कैसे करेंगे।