संजय राउत बोले- BJP का अहंकार महाराष्ट्र के लोगों का अपमान, हम जिम्मेदार नहीं
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना के बीच बढ़ी तल्खियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आज भी शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाजपा पर हमला बोला, वहीं कांग्रेस और एनसीपी को लेकर उनके रुख में नरमी देखने को मिली। महाराष्ट्र में चुनाव के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भाजपा ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने की संभावनाओं से इनकार कर दिया है। जिसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी सरकार गठन को लेकर सक्रिय हो गए हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत का भाजपा पर निशान साधते हुए कहा कि अगर दोनों पार्टियों में जो बातचीत हुई थी, उसको माना जाता, तो यह स्थिति नहीं बनती। भाजपा शिवसेना को मुख्यमंत्री पद नहीं देना चाहती है। इसके अलावा वह 50-50 के फॉर्मूले पर भी अमल नहीं करना चाहती है, चाहे विपक्ष में ही क्यों न बैठना पड़े।
उन्होंने कहा कि भाजपा के इस अहंकार को मैं महाराष्ट्र की जनता का अपमान मानता हूं। राज्यपाल ने हमसे पूछा कि क्या हम सरकार बना सकते हैं। मैं चाहता हूं कि हमें और समय मिलता तो अच्छा रहता लेकिन सरकार बनाने की प्रक्रिया की ओर हम चल चुके हैं। भाजपा को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 72 घंटे का वक्त दिया गया, हमें इतना कम दिया गया। यह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भाजपा की साजिश है।
राउत ने फडणवीस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र के दो अहम पक्ष, कांग्रेस और एनसीपी, भाजपा की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे। मैं दोनों पक्षों से आह्वान करता हूं कि आपके लिए यह परीक्षा की घड़ी है। अगर आपको लगता है कि भाजपा अच्छा काम नहीं कर रही थी तो अब आप सरकार बना सकते हैं।
वहीं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि उनकी किसी से किसी के इस्तीफे के बारे में बातचीत नहीं हुई है। इस विषय में जो भी फैसला होगा वह एनसीपी और कांग्रेस के बीच बातचीत के बाद लिया जाएगा। नवाब मलिक ने भी कहा है कि कांग्रेस की बैठक में जो फैसला लिया जाएगा, उसको जानने के बाद एनसीपी अगला कदम उठाएगी।
बता दें कि बीजेपी के सरकार बनाने से इनकार करने के बाद राज्यपाल ने शिवसेना को सोमवार शाम 7:30 तक सरकार बनाने का दावा पेश करने का वक्त दिया है।
एनसीपी नेता और पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर अभी तक कोई चर्चा या औपचारिक फैसला नहीं किया गया है। बहुत गंभीरता से विचार करने के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा।