नई दिल्ली : राज्यसभा में आज तीन तलाक बिल पेश होगा। गुरुवार को विपक्ष की मांगों को स्वीकार करते हुए कैबिनेट ने तीन तलाक विधेयक में संशोधनों को हरी झंडी दे दी। तीन तलाक बिल पर यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा कि हमारी पार्टी की स्थिति बिल को लेकर एकदम साफ है। मैं इस बारे में और कुछ अभी नहीं कहना चाहूंगी। वहीँ राफेल विमान डील के मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा किया। राफेल विमान डील के मुद्दे पर विपक्ष का संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया गया। तीन तलाक बिल पर यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा कि हमारी पार्टी की स्थिति बिल को लेकर एकदम साफ है। मैं इस बारे में और कुछ अभी नहीं कहना चाहूंगी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा में तीन तलाक बिल को लेकर रणनीति बनाने के लिए बुलाई बैठक है।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, मुख्तार अब्बास नकवी और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार बैठक में शामिल।उधर, विपक्ष की मांगों को स्वीकार करते हुए कैबिनेट ने तीन तलाक विधेयक में संशोधनों को हरी झंडी दे दी है। इन संशोधनों के अनुसार तीन तलाक के आरोपी पतियों को न सिर्फ जमानत मिल सकेगी, बल्कि मजिस्ट्रेट के सामने समझौते का विकल्प भी खुला रहेगा। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संशोधनों के बाद कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से राज्यसभा में इस विधेयक को पास कराने में मदद की उम्मीद जताई।गौरतलब है कि तीन तलाक विधेयक लोकसभा में पहले ही पास हो चुका है। लेकिन राज्यसभा में संख्या बल के कारण विपक्ष इसका विरोध कर रहा था। विपक्ष और खासकर कांग्रेस इसमें संशोधनों की मांग कर रहे थे। एनडीए की कमजोर स्थिति के कारण विपक्षी सदस्यों को मनाने के लिए विधेयक में संशोधन की जरूरत थी, जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। संशोधनों में विपक्ष की आपत्तियों को समाहित करने का प्रयास किया गया है।इन संशोधनों के अनुसार अब तीन तलाक के आरोपी पति को जमानत मिल सकती है। गुरुवार को एनडीए उम्मीदवार हरिवंश राज्यसभा के नये उपसभापति चुन लिए गए। इस पद के सीधे चुनावी मुकाबले में हरिवंश ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को 20 वोटों के अंतर से हराया। राज्यसभा में बहुमत नहीं होने के बाद भी एनडीए ने अपने कामयाब सियासी दांव के सहारे 125 वोट जुटा लिये तो विपक्ष उम्मीदवार को 105 वोट ही मिल पाया। एनडीए ने बीजू जनता दल का समर्थन हासिल कर विपक्षी रणनीति को ध्वस्त करते हुए उपसभापति चुनाव में प्रभावशाली जीत हासिल की। बीजद के अलावा अन्नाद्रमुक और टीआरएस जैसी गैर एनडीए पार्टियों ने भी हरिवंश के पक्ष में वोट किया।