नई दिल्ली। गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने आईपीएल नीलामी 2017 शानदार प्रथम श्रेणी सत्र के बूते सनराइजर्स हैदराबाद के साथ 2.6 करोड़ रुपए का करार किया। जिसके बाद उसे भारत ए और शेष भारत के लिये भी टीम में शामिल किया गया।
क्रिकेट खेलते हुए सिराज की पहली कमाई 500 रुपय
मोहम्मद सिराज ने हैदराबाद से कहा, उनके दिमाग में सबसे पहली चीज़ आयी कि उन्हें हैदराबाद में अपने पिता मोहम्मद गौस और मां शबाना बेगम के लिए अच्छा घर खरीदना है। आगे उन्होंने बताया कि मुझे आज भी याद है कि मैंने जो पहली कमाई क्रिकेट खेलते हुए की थी वो क्लब का मैच था। मेरे मामा टीम के कप्तान थे। उस समय मैंने 25 ओवर के मैच में 20 रन देकर नौ विकेट झटकाये। मेरे मामा ये देखकर बहुत खुश हुए थे और उन्होंने मुझे इनाम में 500 रुपय भी दिए थे। लेकिन आज जब बोली 2.6 करोड़ रुपए तक पहुंच गयी तो मैं अचंभित रह गया।
सिराज ने बताया कि मेरे घर कि आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी। मेरे पिता ऑटो चलते थे। इसके बावजूद मेरे पिता ने मेरे मुझपर और मेरे भाई पर कभी इसका असर नही पड़ने दिया। गेंदबाजी की एक स्पाइक की कीमत बहुत होती है। वह मेरे लिये सबसे अच्छी स्पाइक लाते। इसीलिए मई भी उनके लिए अछे से अच्छा घर खरीदना चाहते हूं।
बेन स्टोक्स भले ही सोमवार (20 फरवरी) की आईपीएल नीलामी में सबसे अधिक कीमत पर बिके हों लेकिन भारत के कुछ उदीयमान खिलाड़ियों ने भी मोटी रकम हासिल की जबकि इशांत शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और इरफान पठान जैसे कई मंझे हुए क्रिकेटरों को कोई खरीदार नहीं मिला। आखिर फ्रेंचाइजी मालिकों ने किस तरह से खिलाड़ियों का चयन किया। अगर इस पर गौर करें तो आजमाये गये खिलाड़ियों को लेकर उनकी धारणा ने दोनों तरह से काम किया और इसमें किसी खिलाड़ी को फायदा मिला तो कुछ को नुकसान हुआ।
चेतेश्वर पुजारा ने अपना आधार मूल्य केवल 50 लाख रुपए रखा था। लेकिन उन पर ‘टेस्ट विशेषज्ञ’ का ठप्पा लगा हुआ है। जो उनके खिलाफ गया। इशांत शर्मा ने भी अपनी मूल कीमत दो करोड़ रुपए रखी और उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ा।