उत्तर प्रदेशराज्य

सपा में दो और ‘अखिलेशवादी’ नेताओं का निष्कासन रद्द

अखिलेश यादव के सपा सुप्रीमो बनते ही पार्टी के ओवरहॉलिंग शुरू हो गई है। नौ नेताओं का निष्कासन रद्द होने के बाद दो और की पार्टी में वापसी हुई है।बृहस्पतिवार को मंत्री पवन पांडे व सैफई के चंदगी राम का पार्टी के निष्‍कासन रद्द कर दिया गया।
इसके पहले बुधवार को बुधवार को पांच विधान परिषद सदस्यों समेत नौ युवा नेताओं का निष्कासन समाप्त कर दिया गया।

सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बुधवार को विधान परिषद सदस्य संजय लाठर, सुनील सिंह यादव ‘साजन’, आनंद सिंह भदौरिया, उदयवीर सिंह और अरविंद प्रताप यादव के अलावा समाजवादी युवजन सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव, यूथ ब्रिगेड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मो. एबाद व छात्र सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव को बहाल कर दिया है।

रामगोपाल के भांजे का भी हुआ था निष्कासन

इनमें पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव के भांजे अरविंद प्रताप यादव को जमीनों पर कब्जे व अनुशासनहीन आचरण का आरोप लगाकर निष्कासित किया गया था।

उदयवीर को मुलायम सिंह को तीखा पत्र लिखने और राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़ने की सलाह देने पर बर्खास्त किया गया था।

अन्य सभी को मुलायम के आवास व सपा कार्यालय पर उग्र प्रदर्शनों के बाद पार्टी से निकाला गया। ये प्रदर्शन अखिलेश यादव को हटाकर शिवपाल यादव को सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर हुए थे।

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