सफर बना आसान, आज से एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी से जुड़ा बड़ा काम बंद
सीआईएसएफ गुरुवार से एक पायलट परियोजना शुरु कर रही है। इस ट्रायल के लिए दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, हैदराबाद और बेंगलुरु के एयरपोर्ट को चुना गया है।
अब हवाई यात्रा के दौरान कई स्तर की चैकिंग से परेशान यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर है। आज से देश के सात एयरपोर्ट्स से हैंडबैग्स पर सिक्युरिटी टैग लगाने का सिस्टम को अगले 10 दिनों के लिए रोक दिया गया है।
हालांकि, यह सिर्फ ट्रायल के तौर पर किया जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी ट्रायल के तौर पर फुल बॉडी स्कैनर सिस्टम भी शुरु किया जा रहा है। इस स्कैनर से यात्री के पूरे शरीर को स्कैन किया जा सकेगा।
एयरपोर्ट्स की सिक्योरिटी का जिम्मा संभालने वाली सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के डायरेक्टर जनरल ओपी सिंह के मुताबिक मौजूदा नियमों के अनुसार, घरेलू या अंतरराष्ट्रीय कोई भी उड़ान भरने से पहले यात्री को अपने हैंडबैग पर टैग और सुरक्षा मुहर लगवानी होती है। उसके बाद ही वे विमान में सवार हो सकते हैं। बर्डिंग पास और हैंड बैगेज पर टैगिंग सिस्टम का चलन भारत में 1992 से शुरू हुआ था।
सिंह ने कहा है कि अगर इस प्रयोग को पैसेंजर्स से से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है तो दूसरे फेस में इसे हमेशा के लिए लागू किया जा सकता है। लेकिन सुरक्षा जांच में यात्रियों को किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी।