तिरुवंतपुरम : केरल के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली दो महिलाओं में से एक कनक दुर्गा के साथ मारपीट सामने आया था। वहीं, अब कनकदुर्गा के परिवार ने घर में एंट्री पर भी रोक लगा दी है। कनकदुर्गा को अपने पति के घर में दाखिल होने से रोक दिया गया है। फिलहाल, एक संस्था की तरफ से कनकदुर्गा को शेल्टर होम भेजा गया है। वहीं, कनकदुर्गा ने घर में दाखिल न होने देने के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सितंबर में 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर लगी रोक हटा दी थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना था कि महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकतीं। लगातार प्रदर्शन और विरोध के बावजूद दो महिलाओं कनकदुर्गा और बिंदू ने सबरीमाला मंदिर में प्रवेश किया था, जिसके बाद पूरे केरल में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। वहीं, सबरीमाला में दाखिल होने के बाद जब कनकदुर्गा अपने घर पहुंची, तब किसी बात को लेकर सास के साथ कहासुनी हो गई, जिसके बाद सास ने कथित तौर पर कनकदुर्गा के साथ मारपीट की, जिसमें कनकदुर्गा को सिर में चोट आई थी और महिला को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती भी कराया गया था।
सास के इस बर्ताव और लगातार मिल रही धमकियों के बाद कनकदुर्गा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की थी। कनकदुर्गा और बिंदु ने रात में अयप्पा मंदिर में प्रवेश के बाद अपने ऊपर हमले होने और जान से मार देने की धमकियां मिलने की बात कही थी। इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार को सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली महिलाओं कनकदुर्गा और बिंदू को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था। सीजेआई रंजन गोगाई ने कहा था कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केरल सरकार की होगी।