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सबसे सस्ता स्मार्टफोन फ्रीडम 251 देने का दावा करने वाली कंपनी के खिलाफ दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मामला

एजेन्सी/ freedom-251_650x400_61456610209नई दिल्ली: देश में 251 रुपये का फ्रीडम 251 स्मार्टफोन उपलब्ध कराने का दावा करने वाले कंपनी रिंगिंग बेल्स के लिए बुरे दिन की शुरुआत हो गई है। बीजेपी सांसद किरीट सोमैया की शिकायत पर नोएडा की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

किरीट सोमैया ने ट्वीट के जरिए दी जानकारी
इस बात की जानकारी किरीट सोमैया ने ट्वीट के जरिए दी है। मामले में एफआईआर संख्या 302/2016 आईपीसी की आईटी एक्ट की धारा के तहत दर्ज की गई है। साथ धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत भी केस दर्ज किया गया है। यह एफआईआर 21/3/2016  को दर्ज कर ली गई है। इस एफआईआर में सोमैया ने कंपनी पर लोगों से धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।

पुलिस का बयान
इस मामले में पुलिस का कहना है कि मामले की आरंभिक जांच के बाद यह पाया गया कि इस केस में एफआईआर दर्ज की जा सकती है। यह एफआईआर कंपनी के प्रमोटर मोहित गोयल और कंपनी के प्रेजिडेंट अशोक चड्ढा के खिलाफ दर्ज की गई है।

कंपनी के दावों की खुली थी पोल
बता दें कि महज 251 रुपये में स्मार्ट फोन देने का वादा करने वाली नोएडा की कंपनी रिंगिंग बेल्स ने अपने दावों के नकारात्मक आकलनों को देखते हुए ग्राहकों के पैसे वापस करने शुरू कर दिए थे। रिंगिंग बेल्स के निदेशक मोहित गोयल ने कहा था कि, ‘हमें लेकर आसपास बहुत ज्यादा नकारात्मकता थी, इसलिए हमने फोन देने के बाद ही अपने ग्राहकों से पैसे लेने का फैसला किया है। जिन्होंने फोन बुक करने के लिए पैसे दिए हैं, हम उन्हें वापस लौटा रहे हैं और हम ‘कैश ऑन डिलिवरी’ का विकल्प दे रहे हैं।’

करीब 7 करोड़ लोगों ने बुक किए थे फोन
गोयल का कहना था कि करीब 30,000 लोगों ने फोन के बुकिंग के पैसे दिए हैं और सात करोड़ से ज्यादा लोगों ने इसके लिए पंजीकरण कराया है।

आरोपों को बाद कंपनी ने बदली से रणनीति!
गोयल ने कहा था, ‘हम शुरुआत में ग्राहकों का पैसा नहीं चाहते हैं। हमारी परियोजना के लिए हमारे पास निवेशक हैं। मूल्य को तर्कपूर्ण ठहराने के लिए बिजनेस मॉडल है। हमारे पास पुख्ता योजना है और हमने जिसे भी दिखाया है वह सहमत है। मैं अभी पूरी बातें नहीं बताना चाहता।’ उन्होंने कहा कि 251 रुपये कीमत वाला फ्रीडम 251 स्मार्टफोन अप्रैल में आने की संभावना है और उसके बाद हम फिर बुकिंग शुरू करेंगे।

दिखने लगी थी विरोधाभासी बातें
कंपनी ने करीब 7 करोड़ बुकिंग करने वालों में से सिर्फ 25 लाख लोगों को ही फोन उपलब्ध कराने की बात कही थी। 7 करोड़ की जगह केवल 25 लाख लोगों को यह क्यों दिया जाएगा यह बताने की कंपनी ने कोई जरूरत नहीं समझी। कंपनी इसका चयन कैसे करेगी यह भी पता नहीं है। इस बारे में कंपनी ने ऐसी किसी नीति की कोई घोषणा पहले नहीं की थी।

तमाम लोग तभी सवाल उठा रहे थे कि आखिर ऐसा क्यों है कि कंपनी सभी लोगों को फोन उपलब्ध नहीं करा रही है। इससे आशंका का बाजार पहले गर्म हो गया था। कंपनी ने फ्रीडम251डॉटकॉम पर खरीदारों से रजिस्ट्रेशन करवाया था।

कई तरह की रहीं समस्या
कंपनी की एक और बात में विरोधाभास रहा। कंपनी ने कहा था कि जितने लोग बुकिंग कराएंगे उन्हें रुपये के भुगतान के लिए 48 घंटों में एक लिंक भेजा जाएगा। ऐसा भी नहीं हुआ। कंपनी की साइट पर भी बुंकिंग को लेकर काफी ऊहापोह की स्थिति रही। पहले दिन कंपनी की साइट क्रैश हो गई। दूसरे दिन भी लोगों को काफी दिक्कतों के साथ बुकिंग कर पाने का मौका मिला। फरवरी की 19 तारीख को शुरु हुई बुकिंग दो दिन चली।

कंपनी बदलती रही नियम
एक ई-मेल आईडी से केवल एक ही फोन की बुकिंग की सुविधा कंपनी ने दी थी। कंपनी ने गुरुवार तक एक से ज्यादा फोन बुक करने का विकल्प दिया था, जिसे शुक्रवार को कंपनी ने हटा दिया था। पहले कंपनी ने साइट पर पेमेंट का ऑपशन दिया था लेकिन बाद में कंपनी ने इसे भी हटा दिया था।

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