सरकारी आवास बचाने के लिए उच्चतम न्यायालय पहुंचे मुलायम
नई दिल्ली : सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सरकारी बंगला खाली न करना पड़े इसके लिए अब उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने बढ़ती उम्र और खराब होती सेहत का हवाला दिया है। इससे पहले अखिलेश यादव ने बंगला खाली नहीं करने के लिए मीडिया के सामने सुरक्षा और बच्चों की पढ़ाई में खलल का हवाला दिया था। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकार बंगला खाली कराने का आदेश दिया है।मुलायम सिंह यादव ने बंगला खाली करने के लिए दो साल की मोहलत मांगी है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका मंजूर नहीं की है। इससे पहले मुलायम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी। तब माना गया था कि वे अपना और अखिलेश यादव का बंगला बचाने की गुहार लगाने पहुंचे थे। इससे पहले अखिलेश यादव ने भी सरकारी बंगला खाली करने के लिए दो साल की मोहलत मांगी थी। उनका कहना था कि वो अभी घर बनाने की स्थिति में नहीं है, इसलिए वे किराए का मकान तलाश रहे हैं। हालांकि, उनका यह बयान सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा।
पूर्व मुख्यमंत्रियों में से राजनाथ सिंह बंगला खाली कर चुके हैं, जबकि मायावती ने अपने बंगले पर कांशीराम विश्राम स्थल का बोर्ड लगा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने 7 मई को एक एनजीओ की याचिका पर उत्तर प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्री से सरकारी आवास खाली करने का आदेश दिया है।