दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि भारत का पाकिस्तान के साथ नवीन ‘समग्र द्वीपक्षीय वार्ता’ से हमारे समूचे क्षेत्र में शांति और विकास का नया अध्याय शुरू होगा। स्वराज ने भारत-पाक संबंधों में नवीनतम घटनाक्रम पर राज्यसभा में दिए वक्तव्य में कहा कि सरकार पाकिस्तान समेत सभी पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंधों के प्रति वचनबद्ध हैं जिससे दक्षिण एशिया में शांति एवं विकास के लिए जो प्रयास इस सरकार ने शुरू किये थे उसे आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ इस नवीन वार्ता के दो उद्देश्य है- चिन्ता के विषयों पर रचनात्मक बातचीत के जरिए समस्याओं का निराकरण करना और सहयोगात्मक संबंधों को स्थापित करना तथा इस दिशा में नये मार्ग तलाशना। व्यापार और संपर्क द्वारा लोगों के बीच आपसी संपर्क द्वारा तथा मानवीय पक्षों पर नई पहलों के माध्यम से समूचे क्षेत्र का कल्याण हो सकता है एवं आपसी समझ और विश्वास भी बढ़ सकता है। विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। इस संबंध में किसी भी खतरे से निपटने के लिए कूटनीतिक प्रयोगों सहित वे सभी कदम उठाएगी जो आवश्यक हो। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद यात्रा के दौरान उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की और पाकिस्तान के अपने समकक्ष सरताज अजीज के साथ भी विचार विमर्श किया। इन बैठकों के उपरांत पाकिस्तान के साथ एक समग्र द्विपक्षीय वार्ता शुरू करने सरकार के निर्णय की घोषणा गत नौ दिसंबर को इस्लामाबाद में एक संयुक्त वक्तव्य के माध्यम से की गई।