हम अपनी व्यस्त दिनचर्या के चलते जप-ध्यान से दूर होते जा रहे हैं। इससे हमारी एकाग्रता कम होती जा रही है। ऐसे में मां सरस्वती का ध्यान कर हम खोई एकाग्रता पुन: प्राप्त कर सकते हैं। प्रति गुरुवार या रविवार को पीले वस्त्र धारण कर इन श्लोकों का 101 बार पठन करें
सरस्वती महाभागे विद्ये
कमललोचने।
विद्यारूपे विशालाक्षि
विद्यां देहि नमोस्तुते ।।
या देवी सर्वभूतेषु
विद्या रूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमस्तस्यै नमो नम: ।।
यथासंभव इस दिन भोजन में पीले रंग की मात्रा ज्यादा हो तथा सिर पर पीले रंग का तिलक लगाएं। श्लोक पाठ के बाद ऊं ऐं सीं क्लीं सरस्वत्यै नम: की 108 मालाओं का जाप करें व इसके बाद एकाग्र होकर मां सरस्वती का ध्यान करते हुए अपने लक्ष्य की कामना करें।
विद्यार्थीगण व प्रतियोगी अपने अध्ययन किए कार्यों का इसके बाद एकाग्र होकर चिंतन मनन करें। इसका न केवल धार्मिक बल्कि वैज्ञानिक पक्ष भी है।