लखनऊ/सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में शांति कायम करने के लिए प्रशासन ने रविवार को ड्रोन कैमरे तैनात कर दिए हैं। यहां एक दिन पहले शनिवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा में तीन लोग मारे जा चुके हैं और एक दर्जन से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सहारनपुर शहर में स्थिति नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण है। हालांकि शनिवार देर रात से हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं घटी है। एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि शनिवार को सहारनपुर के छह थाना क्षेत्रों में लागू कफ्र्यू बरकरार है। अंबाला रोड पर एक भूमि विवाद में सिखों और मुसलमानों के बीच हिंसक संघर्ष शुरू हो गया। यह तेजी के साथ पूरे शहर में फैल गया और आगजनी शुरू हो गई। युवाओं के समूह सड़कों पर पथराव करने लगे।
इस दौरान कई वाहन फूंक दिए गए गोलीबारी की गई और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया। एक अधिकारी ने कहा कि शहर में कफ्र्यू में ढील देने का कोई निर्णय पुलिस और गृह विभाग द्वारा लिया जाएगा। पुलिस ने कहा कि एक घायल व्यक्ति के दम तोड़ देने के बाद इस दंगे में मृतकों की संख्या तीन हो गई है। अधिकारी ने कहा कि अधिकांश लोग गोली लगने से घायल हुए हैं और उनमें से एक दर्जन से अधिक लोगों की स्थिति नाजुक है। घायलों में एक पुलिस कांस्टेबल और एक होमगार्ड का जवान भी शामिल है। इस बीच सुरक्षा बलों ने बलवाइयों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे तैनात कर दिए हैं। इस घटना के संबंध में लगभग दो दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिंसाग्रस्त शहर में सुरक्षा बंदोबस्त की निगरानी के लिए दो वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा है। अखिलेश और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात कर दिए गए हैं जिनमें आईटीबीपी सीआरपीएफ और आरएएफ के जवान शामिल हैं। मुसलमानों, सिखों और हिंदुओं की मिश्रित आबादी वाले इलाकों में सुरक्षा बलों की अधिकतम तैनाती की गई है।