नई दिल्ली : इस माह के शुरू में सीबीआई निदेशक का प्रभार संभालने के बाद रिषि कुमार शुक्ला ने मंगलवार को एजेंसी की सभी शाखाओं की पहली समीक्षा बैठक बुलाई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। पोंजी घोटाले की जांच को लेकर कोलकाता पुलिस और एजेंसी के अधिकारियों के बीच खींचतान केन्द्र और राज्य के बीच एक राजनीतिक टकराव में बदल गई थी और इसी दरम्यान दो फरवरी को सीबीआई निदेशक नियुक्त किये गये शुक्ला ने दो दिनों के भीतर ही कार्यभार संभाल लिया था।
समीक्षा बैठक से शुक्ला को महत्वपूर्ण मामलों और उनसे जुड़ी वर्तमान प्रगति के बारे में जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक, 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी शुक्ला लंबे समय तक इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) में काम कर चुके हैं। हालांकि वह पहली बार सीबीआई से जुड़े हैं। बैठक में देश भर में फैली सीबीआई की 70 से अधिक शाखाओं के सभी प्रमुख शामिल होंगे। इनमें से कुछ तो दिल्ली में मौजूद रहेंगे जबकि कुछ वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए भाग लेंगे।
एजेंसी पोंजी घोटाला, सृजन घोटाला, मुजफ्फरपुर आश्रयगृह यौन उत्पीड़न मामला, बीकानेर भूमि सौदा मामला, हरियाणा भूमि घोटाला, अवैध खनन मामला, गुटखा घोटाला, स्टरलाइट विरोधी प्रदर्शनों के अलावा, अपने पूर्व अधिकारियों सहित अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों जैसे कई संवेदनशील मामलों की जांच कर रही है। इन में से कुछ मामलों के लिए एजेंसी को अदालतों और राजनीतिक दलों से कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।