सुनहरे सपने दिखाकर बर्बाद कर दिया छात्र-छात्राओं का भविष्य
कानपुर। कलेक्टरगंज थानाक्षेत्र में स्थित एक इंटर कॉलेज में शिक्षा माफियाओं का फर्जीवाड़ा सामने आया है। शनिवार को परीक्षा देने आए छात्रों के पैरों से उस वक्त जमीन खिसक गई, जब उन्हें पता चला कि वहां कोई एग्जाम सेंटर ही नहीं है। इसके बाद उन्हें धोखाधड़ी का माजरा समझ में आया। इससे आक्रोशित छात्रों ने कॉलेज के गेट पर धरना-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। बता दें कि स्टूडेंट्स मुंबई आईजीडी (इंटरमीडिएट ड्राइंग ग्रेड) का एग्जाम देने आए थे।
जानकारी के मुताबिक, कलेक्टरगंज थानाक्षेत्र में मारवाड़ी इंटर कॉलेज हैं। यहां महाराष्ट्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त आईजीडी आर्ट का कोर्स कराया जाता है। कानपुर में कई लोगों ने इसकी फ्रेंचाइजी ले रखी है। बताया जा रहा है कि कॉलेज में इस फ्रेंचाइजी की मान्यता साल 2013 में ही खत्म हो गई थी। इसके बावजूद शिक्षा माफियाओं ने छात्रों से पैसे लेकर फॉर्म भरवा दिए। साथ ही सेंटर अलॉट कर उन्हें एडमिट कार्ड भी भेज दिया।
शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग
एग्जाम की तय तिथि के अनुसार शनिवार को जब छात्र गोविंद नगर के खालसा इंटर कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि प्रवेश पत्र फर्जी हैं। इसके बाद गुस्साए छात्रा स्कूल के गेट पर ही हंगामा करने लगे। उन्होंने शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इन परीक्षार्थियों की समस्या जानने नहीं पहुंचा। वहीं, अब छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिखाई दे रहा है।
छात्रों से वसूले गए 5 से 10 हजार रुपए
एग्जाम देने आई एक छात्रा निशा के मुताबिक, मारवाड़ी इंटर कॉलेज में आरएन सिंह और जीतेंद्र ने सैकड़ों स्टूडेंट्स के एप्लिकेशन फॉर्म भरवाए थे। इसके लिए किसी से पांच तो किसी छात्र से 10 हजार रुपए भी लिए। एग्जाम के लिए चित्रा और खालसा इंटर कॉलेज में सेंटर बनाए गए थे।
क्या है आईजीडी कोर्स
छात्रा पूजा ने बताया कि मुंबई आर्ट के जरिए कॉलेजों में ड्राइंग के शिक्षकों की भर्ती होती है। यह डिग्री बीएड के बराबर होती है। स्टूडेंट्स इस कोर्स को ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं।
कई सालों से हो रहा फर्जीवाड़ा
जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ सालों से आवेदनकर्ताओं के साथ इसी तरह धोखाधड़ी हो रही है।