सुबह माता-पिता को दी चिता, शाम को बना दूल्हा
अपने बेटे बाबू की दुल्हन को पसंद करने वाली कुशमा के अरमान उसकी मौत के साथ ही चकनाचूर हो गए. बेटे के ब्याह को लेकर गांव की महिलाओं से अपने अरमानों को बताते हुए भावना की बयार में बहने वाले बातों को याद कर गांव की महिलाओं की आंखें भर रही थीं. ये दर्दनाक घटना उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के डलमऊ इलाके में घटी. बुधवार से गुरुवार सुबह के 24 घंटे के बीच इतना कुछ हो गया जिस पर सहसा कोई विश्वास नहीं करेगा.
श्मशान पर माता पिता को मुखाग्नि देने वाले बेटे की गुरुवार को बारात जानी थी लेकिन एक साथ मां व पिता की मौत से टूट चुके बेटे को परिजनों ने समझाया तो बाबू दूल्हा बनने के लिए तैयार हुआ. विवाह की रस्में शुरू हुईं तो गांव की महिलाओं की आंखों से आंसुओं की धारा बहने लगी. सिसकियों के बीच दूल्हे की चाची विंदेश्वरी ने रस्में निभाईं.
बैंड-बाजे वाले आए लेकिन बैरंग लौट गए
सिर पर सेहरा देख हर गांववाला मृतक रामनरायन व उसकी पत्नी कुशमा की बातों को याद कर भावुक हो रहा था. शादी के लिए पहले से बुक बैंड-बाजे वाले आए लेकिन बैरंग लौट गए. यहां का मातम देखकर वे भी अपने आंसू नहीं रोक पाए.
श्मशान में बेटे का फर्ज अदा करके आए और शाम को दूल्हा बने
माता-पिता की मौके पर ही मौत
बुधवार को बाबू के माता-पिता बाइक पर शादी का सामान खरीदने जा रहे थे. बाइक उनका भांजा चला रहा अरुण कुमार चला रहा था. लिंक रोड से जैसे ही बाइक मुख्य मार्ग कनहा पहुंची, डलमऊ की ओर से आ रहे एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में बाबू के माता-पिता की मौके पर ही मौत हो गई थी.