एजेंसी/ देहरादून: देश के प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूलों में शुमार सेंट जार्ज कॉलेज में छात्रों की शैक्षिक योग्यता को और निखारने के लिये टैबलेट बेस्ड लर्निंग क्लासरूम की शुरुआत कर दी गयी है।
मसूरी स्थित 163 वर्ष पुराने स्कूल के प्रबंधन ने दावा किया कि सेंट जार्ज कॉलेज उत्तराखंड का ऐसा पहला स्कूल बन गया है जहां कक्षाओं में टैबलेट के जरिये पढ़ाई करवायी जायेगी।
कॉलेज के प्रधानाचार्य ब्रदर टॉमी वर्गीज ने बताया, ‘‘आज के आधुनिक दौर का प्रत्येक छात्र तकनीक के बेहद करीब है और अपना ज्यादातर समय कम्प्यूटर और मोबाइल के सहारे गुजारना पसंद करता है। इसलिये हमारा मानना है कि स्कूल में डिजिटल शिक्षा को शामिल करके छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता को और सुधारा जा सकता है।’’
सेंट जार्ज कालेज में टैबलेट के जरिये पढ़ाई कराने की यह सुविधा इग्निटोर नेक्स्ट जनरेशन टैक्सटबुक के साथ सहभागिता से उपलब्ध करायी जा रही है। स्कूल में कक्षा चार से 12 वीं तक के लगभग 700 छात्रों के लिये यह पद्घति लागू की जायेगी जिसके तहत प्रत्येक छात्र को लेनोवो कंपनी के टैबलेट उपलब्ध कराये जायेंगे।
इस पद्घति से छा़त्रों के स्कूल बैग के बोझ को भी 90 प्रतिशत तक कम किया जा सकेगा। हालांकि, वर्गीज ने कहा कि इस पद्वति में भी छात्रों की कॉपियों की जरूरत बनी रहेगी, क्योंकि इससे उनके हस्तलेखन और विचारों की क्षमता बेहतर होती है।
उन्होंने बताया कि इस पद्घति के लागू होने से खास तौर पर वे छात्र ज्यादा लाभान्वित होंगे जो किसी कारणवश शिक्षक से प्रश्न पूछने में घबराते हैं। ऐसे छात्र टैबलेट के जरिये शिक्षक से प्रश्न पूछ सकते हैं और शिक्षक उस प्रश्न को समझ कर कक्षा में उसका उत्तर दे सकते हैं।