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स्कूल अपग्रेड की मांग को लेकर रेवाड़ी में फिर प्रदर्शन, बच्चों ने जड़ा स्कूल पर ताला

रेवाड़ी। रेवाड़ी के गोठड़ा टप्पा डहीना स्कूल में छात्राओं के अनशन के बाद अपग्रेड किए गए स्कूल के बाद अलग-अलग जगह इस तरह की मांग उठने लगी है। शनिवार को एक बार फिर रेवाड़ी के राजगढ़ हाईस्कूल को अपग्रेड करने की मांग को लेकर छात्रों व गांव वालों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया। छात्रों व गांव वालों का कहना है कि जब तक स्कूल को अपग्रेड नहीं किया जाएगा ताला नहीं खोला जाएगा। 12वीं के लिए 10 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है छात्रों को…
स्कूल अपग्रेड की मांग को लेकर रेवाड़ी में फिर प्रदर्शन, बच्चों ने जड़ा स्कूल पर ताला
– राजगढ़ स्कूल में कुल 234 छात्र हैं। 9वीं व 10वीं कक्षा में 111 छात्र हैं, जिनमें से 62 लड़कियां हैं।
– गांव वालों व छात्रों का कहना है कि आसपास कोई स्कूल नहीं है। उन्हें 11वीं व 12वीं के लिए या तो 10 किलोमीटर दूर बावल जाना पड़ता है या फिर 20 किलोमीटर दूर रेवाड़ी पढ़ने जाते हैं।
– 8 किलोमीटर दूर बालावास में एक स्कूल जरूर है लेकिन उसमें सिर्फ आर्ट स्ट्रीम है। गांव वालों का कहना है कि जब दूसरे स्कूल अपग्रेड हो सकते हैं तो हमारा स्कूल क्यों नहीं अपग्रेड हो सकता। हमारी क्या बेटियां नहीं हैं।

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एक दिन पहले सीएम ने कहा था दबाव बनाकर स्कूल अपग्रेड करवाना ठीक नहीं
– वहीं एक दिन पहले सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मीडिया को दिए बयान में कहा था कि इस तरह दबाव बनाकर स्कूल अपग्रेड करवाना उचित नहीं है। अगर बच्चे हों व स्कूल अपग्रेड किए जाने की जरूरत हो तो ही नॉर्म्स के जरिए स्कूलों को अपग्रेड करवाया जाना बेहतर है। उन्होंने कहा कि किसी एकाध अपवाद को ही नियम नहीं मान लेना चाहिए।
 
शुक्रवार को गुड़गांव में हुआ था प्रदर्शन
– शुक्रवार को गुड़गांव के कादरपुर में भी स्कूल को अपग्रेड करने की मांग उठी थी। यहां छात्राओं ने राजकीय उच्च विद्यालय कादरपुर पर ताला जड़ दिया था और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और बच्चों को समझाया था।
 
17 मई को रेवाड़ी में छात्राओं के अनशन के बाद अपग्रेड हुआ था स्कूल
– रेवाड़ी के गोठड़ा टप्पा डहीना स्कूल को छात्राओं के 8 दिन के अनशन के बाद अपग्रेड किया गया था।
– छात्राएं आश्वासन के बाद नहीं मानी थी। वे जिद पर अड़ी थी कि स्कूल को अपग्रेड किए जाने का लेटर जब तक नहीं मिल पाता, तब तक वे अनशन से नहीं उठेंगी।
– इसके बाद सरकार ने उनकी मांग मानते हुए 17 मई को स्कूल को अपग्रेड किए जाने का लेटर जारी किया। इसके बाद छात्राओं का अनशन समाप्त हुआ था।

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