राष्ट्रीय
स्मार्टफोन के जरिए भारतीयों की जासूसी कर रही हैं अमेरिकी खुफिया एजेंसियां
अगर आप स्मार्टफोन रखते हैं, तो अमेरिकी खुफिया एजेंसी आपकी जासूसी कर रही है। पूर्व गृह सचिव राजीव महार्षि ने संसद की एक समिति को जानकारी देते हुए कहा कि देश में इस वक्त 40 फिसदी लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। इन सभी व्यक्तियों का डाटा CIA समेत सभी अमेरिकी एजेंसियों के पास पहुंच रहा है।
महार्षि ने 21 जुलाई को संसदीय समिति से कहा कि प्राइवेट कंपनियों द्वारा मोबाइल डाटा को शेयर करना काफी गलत है। इस संसदीय समिति को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम अध्यक्ष हैं। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक महार्षि ने कहा कि मोबाइल कंपनियां लोगों के फिंगरप्रिंट्स और बॉयोमेट्रिक डाटा को भी स्मार्टफोन के जरिए कैप्चर कर रही हैं।
महार्षि ने 21 जुलाई को संसदीय समिति से कहा कि प्राइवेट कंपनियों द्वारा मोबाइल डाटा को शेयर करना काफी गलत है। इस संसदीय समिति को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम अध्यक्ष हैं। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक महार्षि ने कहा कि मोबाइल कंपनियां लोगों के फिंगरप्रिंट्स और बॉयोमेट्रिक डाटा को भी स्मार्टफोन के जरिए कैप्चर कर रही हैं।
हो सकती है डाटा की चोरी
महार्षि ने कहा कि ऐसा होने से मोबाइल पर उपलब्ध डाटा की ऐप के माध्यम से चोरी हो सकती है। इससे लोगों के आने-जाने पर भी आसानी से निगरानी रखी जा रही है। अगर प्रत्येक भारतीय स्मार्टफोन का प्रयोग करने लगे, तो सभी की पर्सनल जानकारी आसानी से अमेरिकी खुफिया एजेंसी के पास पहुंच सकती है। इसलिए सभी स्मार्टफोन रखने वालों को ऐप के इस्तेमाल में सावधानी बरतनी होगी।