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स्वतंत्रता दिवस 2018: जानिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की प्रमुख बातें

आज भारत आजादी की 72वीं वर्षगांठ मना रहा है। लालकिले से लेकर देश का हर शहर जश्न-ए-आजादी के रंग में रंगा है। पीएम मोदी लाल किले से देश को संबोधित किया। जानिए प्रधानमंत्री के भाषण की प्रमुख बातें।

स्वतंत्रता दिवस 2018: जानिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की प्रमुख बातें-तीन तलाक के कारण मुस्लिम महिलाओं के साथ गंभीर अन्याय होता है। इस कुप्रथा को खत्म करने के लिये हम प्रयासरत हैं लेकिन कुछ लोग इसे खत्म नहीं करने देना चाहते। मैं मुस्लिम बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि हम उन्हें न्याय दिलाने के लिये पूरा प्रयास करेंगे।

-साल 2022 से पहले ही, भारतीय वैज्ञानिकों ने मानवसहित गगनयान लेकर अंतरिक्ष में तिरंगे के साथ जाने का संकल्प लिया है, यदि संभव हुआ तो भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा। आजादी के 75 साल पूरे होने पर, वर्ष 2022 तक भारत का बेटा या बेटी अंतरिक्ष में जाएगी।

-राक्षसी प्रवृत्ति पर प्रहार करने की आवश्यकता है, महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को अक्षुण्ण रखने के लिये किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

– महिला अधिकारियों के शॉर्ट कमीशन सर्विस के माध्यम से चयन की आज लालकिले से मैं घोषणा करता हूं।

-जम्मू-कश्मीर के लिए अटल जी का आह्वान था- इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत। मैंने भी कहा है, जम्मू- कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है। हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। 

-छह करोड़ फर्जी लोगों के नाम पर विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाया जा रहा था, इसे रोका गया। इससे देश को 90,000 करोड़ रुपये की बचत हुई।

-पिछले चार साल में बहुत काम हुए। वर्ष 2013 की रफ्तार से चलते तो गांवों तक बिजली पहुंचाने में एक-दो दशक और लग जाते, उसी रफ्तार से काम करते तो गरीबों को एलपीजी चूल्हा उपलब्ध कराने में 100 साल भी कम पड़ जाते।

-पिछले चार साल में बहुत काम हुए। वर्ष 2013 की रफ्तार से चलते तो गांवों तक बिजली पहुंचाने में एक-दो दशक और लग जाते, उसी रफ्तार से काम करते तो गरीबों को एलपीजी चूल्हा उपलब्ध कराने में 100 साल भी कम पड़ जाते।

-हमने भाई-भतीजा वाद को खत्म किया, यह तकनीकी के माध्यम से व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के कारण संभव हुआ।

-छह करोड़ फर्जी लोगों के नाम पर विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाया जा रहा था, इसे रोका गया। इससे देश को 90,000 करोड़ रुपये की बचत हुई।
    
-हम कड़े फैसले लेने की सामर्थ्य रखते हैं क्योंकि हमारे लिये देश हित सर्वोपरि है, दलहित हमारे लिये मायने नहीं रखता है।

-पिछले चार साल में प्रत्यक्ष कर देने वालों की संख्या चार करोड़ से बढ़कर 6.75 करोड़ हो गयी, वहीं अप्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या जहां पहले 70 लाख थी, जीएसटी लागू होने के एक साल में ही बढ़कर 1.16 करोड़ पर पहुंच गयी।

-वर्ष 2014 से पहले दुनिया की गणमान्य संस्थाएं और अर्थशास्त्री हमारे देश के लिए कहते थे कि हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था में बहुत जोखिम है। वही लोग आज हमारे सुधारों की तारीफ कर रहे हैं।    
दुनिया भर के अर्थशास्त्री अब मानने लगे हैं कि भारत अगले तीन दशक तक वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति देता रहेगा ।

-बदलाव का ही नतीजा है कि दुनिया के नेतृत्वकर्ता भारत के लिये कह रहे हैं कि सोया हुआ हाथी अब जाग चुका है, आने वाले तीन दशक तक भारत विश्व को गति देगा। ऐसा विश्वास आज भारत के लिये पैदा हुआ है।

-कभी भारत की गिनती कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में होती थी लेकिन आज देश अरबों डालर के निवेश का बेहतर गंतव्य बन गया है।

-प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।

-हम चाहते हैं कि दुनिया में भारत की न केवल अपनी साख हो बल्कि उसकी धमक भी हो ।

-शुरू में कठिनाइयों के बावजूद देश ने जीएसटी को अपनाया और व्यपारियों का भरोसा बढ़ा है।

-भ्रष्टाचारियों और कालाधन रखने वालों को माफ नहीं किया जाएगा, उन्होंने देश को बर्बाद करने का काम किया है, आज देश में सत्ता के दलालों की बात नहीं बल्कि गरीबों की आवाज सुनी जाती है।

-मैं देश को आगे ले जाने, बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने, गरीबों को समुचित स्वास्थ्य कवर उपलब्ध कराने, देश की अगुवाई में आईटी क्रांति को आगे बढ़ाने, गुणवत्तापूर्ण जीवन उपलब्ध कराने, क्षमता तथा संसाधन का पूरा लाभ उठाने के लिये बेचैन हूं।

-मुद्रा योजना के तहत 13 करोड़ लोगों और उद्यमियों को कर्ज दिये गये जिनमें से चार करोड़ नौजवनों ने पहली बार कर्ज लिया और स्वरोजगार को बढ़ाया।

-नयी ऊर्जा और परिश्रम की पराकाष्ठा के साथ देश नयी ऊंचाईयां हासिल कर रहा है।

-संसद का मानसून सत्र पूरी तरह से सामाजिक न्याय को समर्पित था, जहां दलित, शोषित, पीड़ित वंचित वर्ग के हितों पर संवेदनशीलता का परिचय दिया गया और ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी विधेयक पारित हुआ।

-भारी वर्षा के कारण जिन लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा, उनके साथ पूरा देश खड़ा है।

-गरीबों को न्याय मिले, जन जन को आगे बढ़ने का मौका मिले, मध्यम वर्ग को आगे बढ़ने में कोई समस्या न आये, यह हमारा प्रयास है।

-वर्ष 2014 से अब तक मैं अनुभव कर रहा हूं कि सवा सौ करोड़ देशवासी सिर्फ सरकार बनाकर रुके नहीं, बल्कि वे देश बनाने में जुटे हैं।

-देश की अपेक्षाएं और आवश्यकताएं बहुत हैं, उन्हें पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को निरंतर प्रयास करना है।

-हम कड़े फैसले लेने की सामर्थ्य रखते हैं क्योंकि हमारे लिये देश हित सर्वोपरि है, दलहित हमारे लिये मायने नहीं रखता है।

-जब हौसले बुलंद होते हैं, देश के लिए कुछ करने का इरादा होता है तो बेनामी संपत्ति का कानून भी लागू होता है।

-एक समय था जब पूर्वोत्तर को लगता था कि दिल्ली बहुत दूर है लेकिन हमने दिल्ली को पूर्वोत्तर के दरवाजे पर खड़़ा कर दिया है। पूर्वोत्तर में आज हाईवेज से लेकर ई वेज तक की चर्चा हो रही है।
-पिछले दो साल में भारत में पांच करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आये।

-जन जन को आरोग्य की सुविधा मुफ्त में मिले, इसके लिये ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान’ के तहत 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये का बीमा कवर देने का फैसला किया गया है। आगामी 25 सितंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय जयंती पर पूरे देश में इसे लागू करेंगे।

-देश आज ईमानदारी का उत्सव मना रहा है, अगर कल्याणकारी योजनाओं से किसी को पुण्य मिलता है तो सरकार को नहीं बल्कि ईमानदार करदाताओं को मिलता है, उनके पैसे से गरीब परिवारों को सस्ता भोजन मिलता है।

-भ्रष्टाचारियों और कालाधन रखने वालों को माफ नहीं किया जाएगा, उन्होंने देश को बर्बाद करने का काम किया है, आज देश में सत्ता के दलालों की बात नहीं बल्कि गरीबों की आवाज सुनी जाती है।

-हमारा इरादा 2022 तक कृषि क्षेत्र में बीज से लेकर बाजार तक आधुनिकता लाकर मूल्य वर्द्धन करने का है ताकि किसान विश्व बाजार में ताकत के साथ खड़ा हो सके।

-वर्षों से किसानों को उनकी फसल की लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने की मांग थी जिसे हमने पूरा किया।

-देश आज ईमानदारी का उत्सव मना रहा है, अगर कल्याणकारी योजनाओं से किसी को पुण्य मिलता है तो सरकार को नहीं बल्कि ईमानदार करदाताओं को मिलता है, उनके पैसे से गरीब परिवारों को सस्ता भोजन मिलता है। 

-पिछले चार साल में प्रत्यक्ष कर देने वालों की संख्या चार करोड़ से बढ़कर 6.75 करोड़ हो गयी, वहीं अप्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या जहां पहले 70 लाख थी, जीएसटी लागू होने के एक साल में ही बढ़कर 1.16 करोड़ पर पहुंच गयी।

-जन जन को आरोग्य की सुविधा मुफ्त में मिले, इसके लिये ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान’ के तहत 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये का बीमा कवर देने का फैसला किया गया है। आगामी 25 सितंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय जयंती पर पूरे देश में इसे लागू करेंगे।

-सरकार के प्रयासों से पिछले चार साल में ऐथनाल का उत्पादन तीन गुना हो गया, मछली उत्पादन में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बना, शहद का निर्यात भी दोगुना हुआ, खादी की बिक्री दोगुनी हुई

-सरकार के प्रयासों से पिछले चार साल में ऐथनाल का उत्पादन तीन गुना हो गया, मछली उत्पादन में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बना, शहद का निर्यात भी दोगुना हुआ, खादी की बिक्री दोगुनी हु

-साल 2022 से पहले ही, भारतीय वैज्ञानिकों ने मानवसहित गगनयान लेकर अंतरिक्ष में तिरंगे के साथ जाने का संकल्प लिया है, यदि संभव हुआ तो भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा

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