हटा एलडीए प्रशासन, मंत्री का अवैध निर्माण ढहाने से पीछे
लखनऊ। एलडीए की जमीन पर कब्जा करने वाले उच्च शिक्षा राज्यमंत्री शारदा प्रताप शुक्ला का अवैध निर्माण ढहाने से एक बार फिर एलडीए पीछे हट गया। मंगलवार को ध्वस्तीकरण की तारीख व अभियान लगाने के बावजदू एलडीए का कोई इंजीनियर इसे मौके पर देखने तक नहीं गया।
मंत्री ने खुद सोमवार को कुछ निर्माण गिरवाया था जबकि काफी निर्माण बचा हुआ था। दक्षिण तरफ खसरा संख्या 251 में बनी दो दुकानें भी उसी तरह खड़ी हैं। इसी तरह अन्दर कार्यालय व अन्य चीजें भी उसी तरह खड़ी हैं। सूत्र बताते हैं कि मंत्री की वजह से एलडीए के अधिकारी मौके पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
सपा के सरोजनी नगर के विधायक व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला ने एलडीए की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर रखा है। हाईकोर्ट में अवमानना का केस दर्ज होने व एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. अनूप यादव के अदालत में तलब होने के बाद प्राधिकरण ने मंत्री पर शिकंजा कसा था। दबाव कुछ कामयाब भी हुआ। मंत्री ने एलडीए इंजीनियरों की देखरेख में कुछ दुकानें तोड़वायी हैं बाकी की उसी तरह खड़ी हैं।
हाईकोर्ट ने खसरा संख्या 250 व 251 की जमीन पर मंत्री का कब्जा तोड़ने को कहा था। मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला ने मंगलवार को कहा जो निर्माण बचा है वह उनके खसरा संख्या 249 पर बना है। हालांकि मौके के मुआयने में 251 खसरा नम्बर में दो दुकानें पूरी तरह से खड़ी मिली। इसके अलावा चारों तरफ बाउण्ड्रीवाल, गेट कार्यालय भी बना हुआ है। एलडीए का कोई अधिकारी अब इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
पीआईएल करने वाले ने भी तालाब पर किया कब्जा
शारदा प्रताप शुक्ला ने कहा कि उनके खिलाफ पीआईएल करने वाले बृजभान यादव ने भी तालाब पर कब्जा किया है। उसे भी ढहाया जाना चाहिए। उधर बृजभान ने कहा कि उन्होंने किसी तालाब पर कब्जा नहीं किया है। जिस प्लाट पर उनका मकान बना है उसे एलडीए ने रजिस्ट्री की है। एलडीए ने ही रोड बनवाया है। रोड की दूसरी तरफ तलाब है। तालाब रोड से भी 20 फुट आगे है। बृजभान ने कहा कि उन्होंने इस तालाब के बारे में भी पीआईएल किया है। जिसका कब्जा हो उसका गिराया जाए।