हनुमान जी के इस मंत्र का करें जाप, फिर कभी नहीं होगी कोई समस्या
हनुमान अवतार को महान शक्ति, आस्था, भक्ति, ताकत, ज्ञान, दैवीय शक्ति, बहादुरी, बुद्धिमत्ता, निःस्वार्थ सेवा-भावना आदि गुणों के साथ भगवान शिव का 11वां रुद्र अवतार माना जाता है. हनुमान ने अपना पूरा जीवन भगवान श्री राम और माता सीता की भक्ति में लगा दिया. साथ ही बिना किसी उद्देश्य के कभी भी अपनी शक्तियों का प्रदर्शन नहीं किया. हनुमान भक्त हनुमान जी की प्रार्थना उनके जैसा बल, बुद्धि, ज्ञान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए करते हैं.
हनुमान के भक्तों के द्वारा इनकी पूजा बहुत से तरीकों से की जाती है. कुछ लोग अपने जीवन में शक्ति, प्रसिद्धी, सफलता आदि प्राप्त करने के लिए बहुत समय तक उनके नाम का जाप करने के द्वारा ध्यान करते हैं, वहीं कुछ लोग इस सब के लिए हनुमान चालीसा का जाप करते हैं. जो व्यक्ति नित्य सुबह और शाम हनुमान चालीसा पढ़ता रहता है उसे कोई भी व्यक्ति बंधक नहीं बना सकता है. उस पर कारागार का संकट भी कभी नहीं आता है.
इस मंत्र का करें जाप
कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। का चुप साधि रहेहु बलवाना।।
पवन तनय बल पवन समाना। बुधि बिबेक बिग्यान निधाना।।
कवन सो काज कठिन जग माहीं। जो नहिं होइ तात तुम्ह पाहीं।।
यदि आप गठिया, वात, सिरदर्द, कंठ रोग, जोड़ों का दर्द आदि तरह के दर्द से परेशान हैं, तो जल का एक पात्र सामने रखकर हनुमान बाहुक का 21 या 26 दिनों तक मुहूर्त देखकर पाठ करें. प्रतिदिन उस जल को पीकर दूसरे दिन दूसरा जल रखें. हनुमानजी की कृपा से शरीर की समस्त पीड़ाओं से आपको मुक्ति मिल जाएगी.